जनपद में 11 अगस्त को आयोजित होगा कृमि मुक्ति दिवस का आयोजन, सभी तैयारियां पूर्ण

झांसी: जिलाधिकारी मृदुल चौधरी की अध्यक्षता में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम अगस्त-2025 के संबंध में बैठक कलेक्ट्रेट नवीन सभागार में संपन्न हुई। जिलाधिकारी ने बताया कि इस कार्यक्रम में 11 अगस्त 2025 से 01 वर्ष से लेकर 19 वर्ष से कम उम्र के किशोरों और किशोरियों एल्बेंडाजोल टेबलेट खिलायी जाएगी। जनपद में 9,33,000 बच्चों को दवा खिलाई जाने का लक्ष्य है इस लक्ष्य की पूर्ति के लिए उन्होंने निर्देश दिए कि दवाओं का समय से वितरण किया जाना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि दवा स्कूल में ही खिलायी जाए, उनके अभिभावकों को किसी भी दशा में दवाई ना दी जाए।
जिलाधिकारी ने कहा कि दस्तक अभियान के अंतर्गत आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्री घर-घर जाती है वह भी अभिभावकों को जागरूक करें कि बच्चों को 11 अगस्त 2025 के दिन बच्चों को अवश्य स्कूल भेजें ताकि उन्हें दवाई खिलाई जा सके।उन्होंने कहा कि अभिभावकों को भी जागरूक किया जाए कि दवा खाने से बच्चों के पेट में जो कीड़े हैं वह मर जाते हैं और बच्चा जो खाना खाता है जिससे उसका शरीर स्वस्थ रहता है। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि जनपद में घुमंतु परिवार के बच्चों सहित क्रेशर तथा कंस्ट्रक्शन साइट पर रह रहे परिवार के बच्चों पर भी फोकस करते हुए, उन्हें दवा खिलाया जाना सुनिश्चित किया जाए।
जिलाधिकारी मृदुल चौधरी ने राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए कहा कि पूर्व के अभियान में जनपद में 92% ही बच्चों को दवा खिलाई गई, परंतु इस वर्ष शत-प्रतिशत बच्चों को दवा खिलाया जाना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने माइक्रो प्लान के अनुसार ही कार्य करने की नसीहत दी। उन्होंने कहा कि जिस क्षेत्र में कम बच्चों को दवा खिलाई गई उस क्षेत्र अधिक फोकस करते हुए एमओआईसी स्वयं बच्चों को दवा पिलाई जाना सुनिश्चित करें।जिलाधिकारी ने कहा कि शासनादेश सभी प्राइवेट स्कूल एवं कॉलेजों के प्रिंसिपल को दें। दवा विद्यालय में खिलायी जाएगी।उन्होंने कहा इस अभियान को सफलता पूर्वक चलाया जाना है, निश्चित प्रोफॉर्मा बनाकर कार्य करें औपचारिकता न निभाएं। कृमि मुक्ति कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी मृदुल चौधरी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि जनपद के समस्त स्कूलों में कार्यक्रम का आयोजन किया जाए तथा सभी लक्षित बच्चों को दवा खिलाया जाना अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि ऐसे स्कूल निजी स्कूल कॉलेज जो दवा खिलाने में लापरवाही अथवा आनाकानी करते हैं उनके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने उपस्थित निजी स्कूलों के प्रधानाचार्य को ताकीद करते हुए कहा कि बच्चों के स्वास्थ्य की बेहतरी के लिए उन्हें दवा खिलाया जाना अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की शिकायत प्राप्त होने पर कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।
राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस की जिला स्तरीय अंतर विभागीय समन्वय समिति की बैठक में नोडल अधिकारी डॉ0 उत्सव राज ने बताया कि पूर्व के अभियान में जनपद में 92% बच्चों को दवा खिलाई गई, अब बच्चों को दवा खिलाए जाने के लिए माइक्रो प्लान के अनुसार कार्य करते हुए शत प्रतिशत बच्चों को दवा खिलाने का लक्ष्य पूर्ण किया जाएगा।
डॉ0 उत्सव राज ने बताया कि 01 से 02 वर्ष के बच्चों को आधा गोली खिलाया जाना है, इसके साथ ही 02 से 03 वर्ष के बच्चों को पूरी गोली पीसकर खिलाई जानी है। इसके अतिरिक्त वर्ष 03 वर्ष से 19 वर्ष तक के बच्चों को पूरी गोली चबा-चबा कर खानी होगी तथा इसके उपरांत अधिक से अधिक पानी पीना अनिवार्य है।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी जुनैद अहमद, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 सुधाकर पांडेय, एसीएमओ डॉ0 एन के जैन, डॉ0 यू एन सिंह, डॉ0 अंशुमान तिवारी, डॉ0 रमाकांत सोनी, डीपीआरओ,बीएसए सहित संबंधित अधिकारी एवं विद्यालयों के प्रबन्धक व्यवस्थापक एवं प्रधानाचार्य आदि उपस्थित रहे।
रिपोर्ट अंकित साहू
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