इको-फ्रेंडली राखियां, आकांक्षा की डोर भाइयों की ओर- डाॅ0 रचना बिमल दुबे

झांसी: अध्यक्षा आकांक्षा समिति, झांसी मण्डल झांसी प्रो0 डाॅ0 रचना बिमल दुबे ने अवगत कराया है कि उत्तर प्रदेश राज्य की आकांक्षा समिति प्रदेश की आकांक्षा बहनें जो अंतिम पायदान पर खड़ीं हैं, उनके आर्थिक स्वावलम्बन और स्वाभिमान की प्रतिष्ठा के लिए गत चार दशकों से प्रयासरत हैं।
लखनऊ का आकांक्षा बिक्री केन्द्र अपने मटरी, भाजी, डोसा, इडली, मेकिंग मसाले तथा अन्य उत्पादों के लिए अब देश भर में ख्याति प्राप्त कर रहा है। इसी कड़ी में आकांक्षा समिति की झांसी मण्डल की इकाई ने झांसी के विभिन्न उत्पाद में एक बिक्री केन्द्र खोला है। इस बिक्री केन्द्र में झांसी मण्डल के तीनों जनपद झांसी, जालौन और ललितपुर की बहनें एवं जो महिला स्वयं सेवी समूह हैं, भी अपने उत्पाद बेच सकते हैं।
इस बिक्री केन्द्र का उद्घाटन पूर्व मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश की धर्मपत्नी डॉ० रश्मि सिंह, जो स्वयं भी प्रशासनिक अधिकारी हैं, ने विगत 19 जुलाई 2025 को किया था और इस अवसर पर हमने झांसी की आकांक्षा बहनों के उत्पादों को बिक्री के लिए वहाँ रखा। ये बहनें पूजा के बेहद सुन्दर पूजा के आसन, डोरमैट्स के साथ-साथ बैग्स भी बना रहीं हैं। ये वे बहनें हैं जो कम कीमत के अन्दर एक बेहतरीन उत्पाद आपके सामने लाई हैं, चाहे वो भगवान जी की पोशाकें हों या फिर जूट के बैग। इसके साथ ही हमारे यहां हथकरघा पर बनी हुई सुन्दर, सस्ती और बहुत की उत्तम क्वालिटी की चादरें, गमछे इत्यादि भी बिक्री के लिए उपलब्ध हैं।
चन्देरी की साडियां आपका निःसदेह मन मोह लेंगी। जालौन की दाल अपनी गुणवत्ता और पौष्टिकता के साथ-साथ स्वाद के लिए अत्यन्त प्रसिद्ध हैं। वे भी महिला स्वयं सेवी सहायता समूह इस बिक्री केन्द्र पर अपने उत्पादों को लेकर आपके सामने आ रहे हैं। इसी भांति आप यहां कच्ची घानी सरसों का तेल भी खरीद सकते हैं। साथ ही बच्चों के लिए साफ्ट टॉय बनाने वाली जो महिला है, उनके खिलौने मल्टी नेशनल कम्पनीज के खिलौनों से कमतर नहीं हैं। ये खिलौने 100 रूपये से लेकर के मात्र 500-600 रूपये तक की कम कीमत में उपलब्ध हैं जो छोट-बड़े सभी का मन मोह लेते हैं। साथ ही अचार, बड़ियां, पापड़ के साथ-साथ हमारे बिक्री केन्द्र पर देशी घी के पौष्टिक लड्डू उपलब्ध हैं। मात्र 200 रूपये की कीमत से आप आधा किलो तक लड्डू ले सकते हैं। ये घर के बने शुद्ध गुणवत्ता वाले लड्डू सेहत और स्वाद दोनों का ही साथ दे रहे हैं।
रक्षाबन्धन का त्योहार निकट है, इसको ध्यान में रखते हुए हमने गौ-प्रसाद से निर्मित राखियां बनाने वाली बहनों की राखियाँ इस आकांक्षा बिक्री केन्द्र पर उपलब्धि कराईं हैं। ये राखियां भाई की कलाई को तो सुशोभित करेंगी ही, साथ ही गौ-संवर्धन की योजना में भी योगदान दे रही हैं। ये राखियाँ इको-फ्रेंडली भी हैं, जिनका प्राकृतिक तरीके से निस्तारण भी सहजता से हो जायेगा। आकांक्षा समिति के ये उत्पाद रक्षाबन्धन के त्योहार में भाई और बहन दोनों के लिये अत्यन्त उपयोगी हैं। बहनें अपने भाइयों के लिये राखी खरीद सकती हैं व भाई उपहार में देने के लिये इन उत्पादों को खरीद सकते हैं। इसी भांति गणेश चतुर्थी के अवसर पर हम ईको फ्रेन्डली गौ-प्रसाद से बने हुये गणेश भी इस बिक्री केन्द्र पर लेकर आ रहे हैं। ये सारे उत्पाद हमारी बहनों की कलात्मकता, उनकी कल्पना के साथ-साथ समाज के दृष्टिकोण को भी प्रतिनिधित्व देते हैं कि अब हम विदेशी चमक-दमक वाले उत्पादों को छोड़कर स्वदेशी भावना से बने हुए समाज के जो हमसे थोड़ा सा पीछे छूट गये हैं, उन भाई-बहनों की सहायता करते हुए इन स्वदेशी उत्पादों को अपनायें, जिससे हम सभी भाई-बहनों के आर्थिक विकास में भी योगदान दे सकें।
आकांक्षा समिति, झांसी मण्डल के ये उत्पाद आपके अपने ही भाई-बहनों के हाथों से बने हुए उत्पाद हैं। यदि आप इन्हें खरीदेंगे तो निःसंदेह आपके बहन-भाइयों के परिवारों में भी त्योहारों से लेकर के दैनिक जीवनचर्या के अन्दर खुशहाली आयेगी और जब सब खुश होंगे, प्रसन्न होंगे तभी हमारा राष्ट्र भी प्रसन्न राष्ट्र के रूप में आगे बढ़ सकेगा, तो आइये अपने उत्पादों की खरीद करें और आकांक्षा के हाथ मजबूत करें।
 
रिपोर्ट अंकित साहू

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