ग्राम पंचायत उजयान में निर्माण कार्यों में हुए गबन की जांच के डीएम ने दिए आदेश

झांसी : तहसील टहरौली के सभागार में संपूर्ण समाधान दिवस की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी मृदुल चौधरी ने उपस्थित समस्त विभागीय अधिकारियों को कड़ा संदेश देते हुए कहा कि आज प्राप्त शिकायतों का निस्तारण गुणवत्तापरक करते हुए स्वयं सत्यापित करें। उन्होंने कहा कि यदि फीडबैक के दौरान शिकायतकर्ता द्वारा किए गए निस्तारण से असंतुष्ट होने की सूचना प्राप्त होती है तो संबंधित के विरूद्ध सख्त कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। आइजीआरएस पोर्टल की शिकायतों के निस्तारण में संवेदनशीलता और मानवीय दृष्टिकोण के आधार पर निस्तारण किया जाना सुनिश्चित करें, उन्होंने गलत आख्या लगाकर निस्तारित की गई शिकायत पर कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए।
संपूर्ण समाधान के अवसर पर जिलाधिकारी मृदुल चौधरी ने कहा कि संपूर्ण समाधान दिवस/जनसुनवाई मुख्यमंत्री की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल बिंदु है, जिसके तहत मुख्यमंत्री हेल्पलाइन/आईजीआरएस पोर्टल पर प्राप्त शिकायतों का गुणवत्तापूर्ण व समय अंतर्गत निस्तारण किए जाने हेतु समय-समय पर निर्देशित किया जाता रहा है, इसके साथ ही निस्तारित शिकायतों का फीडबैक भी लगातार लिया जाता है निस्तारण गुणवत्ता परक न होने पर जिले की रैंकिंग पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। यह शिथिलता स्वीकार योग्य नहीं है, अतः समस्त अधिकारी प्राप्त शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए समय से निस्तारण करना सुनिश्चित करें। 
सम्पूर्ण समाधान दिवस की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी मृदुल चौधरी ने कहा कि त्रिस्तरीय पंचायत निर्वाचन-2026 की तैयारियां जनपद में शुरू हो गई है और वोटर लिस्ट में संशोधन किए जाने का कार्य बीएलओ द्वारा घर-घर जाकर किया जा रहा है। उन्होंने कहा की निष्पक्ष,पारदर्शी निर्वाचन के लिए मतदाता सूची का स्वच्छ होना अनिवार्य है। उन्होंने लोगों को जागरूक करते हुए कहा कि मतदाता सूची में अपना नाम दर्ज अवश्य कराएं। उन्होंने ताकीद करते हुए कहा कि यदि बीएलओ द्वारा घर में बैठकर मतदाता सूची संशोधन किया जाता है तो सख्त कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। जिलाधिकारी ने सम्पूर्ण समाधान दिवस पर अधिक संख्या में आए भूमि पैमाइश  सम्बन्धित/अवैध कब्जों की शिकायतों पर नाराजगी व्यक्त करते हुये कहा कि सभी राजस्व कर्मी एवं लेखपाल अपने क्षेत्र में जाये तथा सेक्टर आदि की स्वयं नाप करें ताकि भूमि विवाद उत्पन्न ही ना हो।उन्होंने समस्त लेखपालों को निर्देश दिए कि गलत ढंग से भूमि पर कब्जा करने वालों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करने की कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि आप अपने मूल कार्यों को संवेदनशील होकर करें, उन्होंने यह भी कहा कि भूमि विवाद ना निपटने की स्थिति में धारा 145 पर भी कार्यवाही की जा सकती है, उन्होंने धारा 24 सरकारी भूमि पर कब्जा होने पर धारा 151 की कार्यवाही करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने भूमि संबंधित शिकायतों के निस्तारण को और प्रभावी ढंग से करने के लिए धारा 447 में भी कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने शिकायतकर्ता के बार-बार आने पर उन्होंने असंतोष व्यक्त करते हुए निस्तारण को अनावश्यक लंबित रखने पर नाराजगी व्यक्त की।
सम्पूर्ण समाधान दिवस में शिकायती पत्र देते हुए शिकायतकर्ता रणविजय सिंह S/O राजपाल सिंह निवासी ग्राम व पोस्ट उजगान ब्लॉक चिरगाँव जिला झाँसी ‌ ने बताया कि लगातार कई बार अपनी ही पंचायत उजयान में हुये गबन के साक्ष्य सहित शिकायत कई अधिकारियों के समक्ष कई बार कर चुका है परन्तु किसी भी अधिकारी ने इसकी जांच नहीं होने दी और यदि जांच हुई भी तो अधिकारियों ने उसे अपने मनमाने तरीके से गुमराह दिया।शिकायतकर्ता द्वारा पूर्व में जो शिकायते की उनका विवरण देते कहा कि सम्पूर्ण समाधान दिवस टहरोली, (जांच हुई फर्जी रिपोर्ट लगा दी गयी और निस्तारित कर दिया गया, उप निदेशक पंचायत (शपथ पत्र ना लगा होने का हवाला देकर निस्तारित कर दिया गया), खण्ड विकास अधिकारी चिरगाँव (पूर्व फर्जी जांच को लगा कर निस्तारित कर दिया गया), जिलाधिकारी झाँसी (शपथ पत्र ना लगा होने का हवाला देकर निस्तारित कर दिया गया), मुख्यमंत्री कार्यालय लखनऊ उपर्युक्त सारी कार्यवाही का बिन्दु विकास खण्ड चिरगाँव रहा है, इसलिए जांच ईमानदारी से होना सम्भव नहीं है इसलिए इन भ्रष्टाचारियों की पोल खोलने के लिए जरूरी है कि सक्षम अधिकारी किसी अन्य विभाग के अधिकारियों द्वारा एक जांच कमेटी बनाये और इसकी सख्ती से जांच हो तथा पारदर्शिता के लिए जांच की विडियोग्राफी हो जिसमे शिकायतकर्ता मौजूद हो और सहमत हो अतः आपसे आग्रह है कि शिकायतकर्ता कि शिकायत सुनने का कष्ट करे व कार्यवाही पर ज़ोर दे और फर्जी रिपोर्ट तैयार करने वाले अधिकारियों पर नियमानुसार कार्यवाही करने का कदम उठाए आपकी महान कृपा होगी।
जिलाधिकारी ने शिकायत को गम्भीरता से लेते हुए सम्बंधित प्रकरण में प्रार्थी द्वारा अनेक प्रार्थना पत्र देने के उपरांत भी कोई समुचित कार्रवाही न करने के कारण सम्बंधित अधिकारियों को फटकार लगाते हुए जिला पंचायत राज अधिकारी को उक्त शिकायत की जांच करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जल्द से जल्द आख्या प्रस्तुत करें। सम्पूर्ण समाधान दिवस पर स्थानीय ग्रामवासियों ने प्रार्थना पत्र देते हुए बताया कि टहरौली को तहसील मुख्यालय बने 30 वर्ष हो गये है लेकिन नगर पंचायत न होने के कारण नागरिकों को मूलभूत सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। टहरौली कस्बा वर्तमान में दो ग्राम पंचायतों टहरौली किला एवं टहरौली खास में विभक्त है तथा कस्बे की वर्तमान जनसंख्या बीस हजार से अधिक हो चुकी है। टहरौली में आस-पास के गाँवों के लगभग 200 परिवार मकान बनाकर निवास कर रहे हैं, लेकिन उनमें से अधिकांश लोग अपने गांव में ही मतदाता बने हुए हैं। टहरौली नगर पंचायत होने के लगभग सभी मानक वर्तमान में पूर्ण कर रहा है अतः जनहित को ध्यान में रखते हुए टहरौली को नगर पंचायत का दर्जा दिलाने की कृपा करें।
इस मौके पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक  बीबीजीटीएस मूर्ति, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सुधाकर पांडेय, एसडीएम टहरौली गौरव आर्या सहित समस्त विभागों के जिलास्तरीय अधिकारी अधिकारी उपस्थित रहे। 
 
रिपोर्ट अंकित साहू

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