उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने में होगी शिक्षकों एवं विद्यार्थियों की अहम भूमिका- प्रमोद कुमार

झांसी: आज शासन द्वारा नामित प्रबुद्धजन/सेवानिवृत्त आईएएस डाॅ0 प्रमोद कुमार अग्रवाल के मुख्य आतिथ्य में विद्यालय शिक्षकों एवं छात्रों के साथ समर्थ उत्तर प्रदेश-विकसित भारत उत्तर प्रदेश @2047 संवाद कार्यक्रम का आयोजन लक्ष्मी व्यायाम मन्दिर इण्टर काॅलेज, झांसी में किया गया।
संवाद कार्यक्रम का शुभारम्भ अतिथियों द्वारा माँ सरस्वती जी की प्रतिमा पर दीप प्रज्जवलन एवं माल्यार्पण कर किया गया तत्पश्चात विद्यालय प्रशासन के वरिष्ठ शिक्षकों द्वारा अतिथियों को पुष्पगुच्छ भेंटकर स्वागत किया गया।
संवाद कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित डाॅ0 प्रमोद कुमार अग्रवाल, प्रबुद्धजन/सेवानिवृत्त आईएएस ने अपने सम्बोधन में कहा कि विकसित भारत-विकसित उत्तर प्रदेश, आत्मनिर्भर भारत-आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश शताब्दी संकल्प 2047 के अन्तर्गत विभिन्न प्रकार की कार्यशालाओं का आयोजन किया जा रहा है। उन्होने कहा कि उत्तर प्रदेश एक ऐसा राज्य है, जहां पर शिक्षकों की संख्या अन्य राज्यों की तुलना में अधिक है। वर्ष 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए सरकार की शिक्षकों से विशेष अपेक्षायें हैं। उत्तर प्रदेश को विकसित राज्य बनाने के लिए आप सभी शिक्षकों के विचार एवं सुझाव प्राप्त करने हेतु आज यह संवाद कार्यशाला आयोजित की जा रही है। उन्होने कार्यक्रम में उपस्थित शिक्षक-शिक्षिकाओं एवं छात्राओं से अपील करते हुये कहा कि इस महान कार्य हेतु आप सभी अपने विचार विद्यालय प्रधानाध्यापक के माध्यम से सरकार को उपलब्ध करायें, जिससे भारत को विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में सहयोग प्राप्त हो सके। आप सभी शिक्षक विद्यार्थियों को विभिन्न विषयों की शिक्षा प्रदान करने के साथ-साथ तकनीकी शिक्षा हेतु भी ध्यान दें, जिससे विद्यार्थी शैक्षिक ज्ञान के साथ-साथ तकनीकी ज्ञान प्राप्त कर रुचि अनुरुप अपना कौशल विकसित कर सके तथा आगे चलकर जीवन में कौशलात्मक ज्ञान के आधार पर सफलता को प्राप्त कर सके। उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने में शिक्षकों एवं विद्यार्थियों की अहम भूमिका है।
संवाद कार्यक्रम के अवसर पर जिला विद्यालय निरीक्षक श्रीमती रती वर्मा ने कहा कि विकसित भारत @2047 की अवधारणा को साकार बनाने हेतु  मुख्यमंत्री द्वारा प्रदेश को समर्थ उत्तर प्रदेश-विकसित उत्तर प्रदेश राज्य बनाने का संकल्प लिया गया है। इस मिशन में नागरिकों की सक्रिय भागेदारी सुनिश्चित करते हुए एक समृद्ध, समान और वैश्विक स्तर पर सम्मानित राज्य का निर्माण किया जायेगा। इस मिशन को दिशा प्रदान करने एवं पथ प्रदर्शन हेतु एक विजन डाक्यूमेंट बनाया जाना प्रस्तावित है। यह विजन डॉक्यूमेंट तीन थीम अर्थ शक्ति, सृजन शक्ति, जीवन शक्ति एवं 12 सेक्टर-कृषि एवं सम्बद्ध, पशुधन संरक्षण, औद्योगिक विकास, आई०टी० एवं इमर्जिंग प्रोद्यौगिकी, पर्यटन, नगर एवं ग्राम्य विकास, अवस्थापना, संतुलित विकास, समाज कल्याण, स्वास्थ्य, शिक्षा तथा सुरक्षा एवं सुशासन पर ध्यान केन्द्रित करते हुए तैयार किया जाना है।
विकसित भारत @2047 की अवधारणा को साकार बनाने की दिशा में आयोजित संवाद कार्यक्रम की रुपरेखा प्रस्तुत करते हुये विद्यालय प्रधानाचार्य राजीव कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि विकसित भारत का प्राथमिक लक्ष्य सभी नागरिकों की समावेशी आर्थिक भागीदारी के माध्यम से वर्ष 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र के रुप में परिवर्तित करना है। उन्होने कहा कि विकसित भारत 2047, भारत सरकार का विजन है, जिसका उद्देश्य 2047 तक अर्थात स्वतंत्रता के 100 वर्ष पूरे होने तक देश को एक विकसित राष्ट्र बनाना है।
संवाद कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश राज्य को वर्ष 2047 तक समर्थ उत्तर प्रदेश-विकसित उत्तर प्रदेश बनाने एवं भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए विद्यालय के शिक्षक दिनेश प्रधान (सामाजिक विज्ञान), शिक्षक हिमांशु सोनी (गणित), शिक्षक सत्यनारायण विश्वकर्मा (हिन्दी), शिक्षिका श्रीमती यामिनी सहित विद्यालय के छात्रों द्वारा अपने-अपने विचार एवं सुझाव प्रस्तुत किये गये।
संवाद कार्यक्रम के अन्त में विद्यालय प्रधानाचार्य राजीव कुमार श्रीवास्तव ने उपस्थित अतिथियों एवं अन्य महानुभावों का आभार व्यक्त करते हुये मुख्य अतिथि को सम्मान स्वरुप स्मृति चिन्ह भेंट किया। कार्यक्रम का संचालन विद्यालय परिवार के सदस्य संजय कुमार शर्मा द्वारा किया गया।
संवाद कार्यक्रम में नोडल/सेवानिवृत्त निदेशक कृषि विभाग डाॅ0 मुकेश गौतम, प्रधानाचार्य राजकीय इण्टर काॅलेज सकरार रजनेश कुमार सहित विद्यालय की शिक्षक-शिक्षिकायें एवं छात्र उपस्थित रहे।
 
रिपोर्टर अंकित साहू

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