नैनो यूरिया एवं नैनो डी०ए०पी सभी समितियों पर मिल रहा है

झांसी : सुशिक्षित कृषक निवासी बरुवासागर मेहेर प्रसाद यादव ने रानी लक्ष्मी बाई केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय झांसी के माध्यम से गतवर्ष माह अक्टूबर-2024 में इफको क्षेत्र प्रबन्धक झांसी के०पी० सिंह से सम्पर्क किया, उन्होंने उसके पूर्व धान की फसल में नैनो उर्वरकों का प्रयोग स्प्रे के रूप मे किया था, उनकी नैनों उर्वरकों के बारे में सोच सकारात्मक थी।
उन्होंने गतवर्ष गेहूं की फसल में उनके अनुसार डी०ए०पी० दानेदार के स्थान पर नैनों डी०ए०पी० से सम्पूर्ण 60 एकड़ गेहूं की फसल में 50 प्रतिशत दानेदार डी०ए०पी० कम करके नैनो डी०ए०पी० का प्रयोग करने की सलाह दी। उनके द्वारा गेहूँ की फसल में दानेदार डी०ए०पी० की आवश्यक मात्रा का लगभग 40 प्रतिशत उपयोग किया गया एवं नैनो डी०ए०पी० से 05 मि०लि० प्रत्ति किग्रा० बीज को उपचारित किया गया तत्पश्चात बुवाई के 35-40 दिन अवस्था में नैनो डी०ए०पी० एवं नैनो यूरिया का प्रथम स्प्रे तथा 55-60 दिन का अवस्था में द्वितीय स्प्रे किया गया। यूरिया की आधी मात्रा का प्रयोग प्रथम बार प्रथम सिंचाई के समय किया गया, उनकी उपरोक्त गेहूँ की फसल की औसत उपज 24 कुन्तल प्रति एकड़ की दर से प्राप्त हुई।
पिछले वर्ष के अनुभव को देखते हुये इस वर्ष (इफको) की सलाह पर धान की नर्सरी में नैनो डी०ए०पी० (4मि०ली०/ली० पानी) में एक स्प्रे कराया तथा 05 मि०लि० प्रति लीटर पानी में मिलाकर धान का पौधे का नैनो डी०ए०पी० से जड़ उपचार कराया गया, तत्पश्चात रोपाई के 30-35 दिन का अवस्था में एक स्प्रे नैनो डी०ए०पी० एवं नैनो यूरिया से कराया गया। धान की फसल में दानेदार डी०ए०पी का प्रयोग बिलुल भी नहीं किया गया, दानेदार यूरिया का प्रयोग मात्र 23 किग्रा० प्रति एकड़ की दर से रोपाई के 15-20 दिन की अवस्था में कराया गया था। शेष खुराक नैनो यूरिया से दी गयी।
रासायनिक उर्वरकों के कम प्रयोग से एक अतिरिक्त लाभ यह भी हुआ है कि इस फसल में किसी भी प्रकार के कीट, बीमारी नहीं आई है और न ही खरपतवार उगे है, जिससे हमारी कीटनाशक, फफूंदी नाशक तथा खरपतवार नाशक दवा के खर्च की सम्पूर्ण बचत हुई है एवं रासायनों के कम प्रयोग से खेत में मछलियों भी जीवित अवस्था में मौजूद है, जो कि रबी फसल के लिए खाद का कार्य करेगी। किसान बन्धु नैनो उर्वरकों के प्रयोग व परिणाम से पूर्णतया संतुष्ट है और भविष्य में भी वह इन्ही उर्वरकों को अपनाएगे।सहायक आयुक्त एवं सहायक निबंधक सहकारिता ने सभी सम्मानित कृषक बन्धुओं से अपील की है कि नैनो यूरिया एवं नैनो डी०ए०पी जो समितियों पर मिल रहा है यह इफको का उत्पाद है जो भारत सरकार द्वारा प्रमाणित है। नैनो यूरिया एवं डी०ए०पी० के प्रयोग की विधि समिति पर वॉल पेटिंग एवं बोतल पर अंकित है। किसी भी शंका समाधान के लिये इफको के प्रतिनिधि से दूरभाष नं० 7897998755, 7985719664 अथवा 9897197896 पर सम्पर्क कर सकते है।
रिपोर्टर अंकित साहू
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