गोवंश के संरक्षण के लिए पक्का कैटर कैचर बनवाने के लिए सरकार देगी 1लाख की राशि

झांसी: आज जनपद स्तरीय अनुश्रवण एवं मूल्यांकन समिति की बैठक अध्यक्ष गौ सेवा आयोग उत्तर प्रदेश श्याम बिहारी गुप्ता की अध्यक्षता में आयोजित हुई,जिसमें गोवंश आधारित खेती करने और जहर मुक्त हो खाने की थाली का अभियान चलाए जाने पर चर्चा हुई।विकास भवन सभागार में आयोजित गो-संरक्षण एवं अनुश्रवण विषयक समीक्षा बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष पवन गौतम, पराग सभापति प्रदीप सरावगी, सदस्य विधान परिषद रामतीर्थ सिंघल, सदस्य विधान परिषद श्रीमती रामा निरंजन, शिक्षक विधायक डॉ बाबूलाल तिवारी, जिलाध्यक्ष हेमंत परिहार ने भी प्रतिभाग किया और गौवंश के संरक्षण और संवर्धन के लिए अपनी सुझाव रखें। अध्यक्ष गौ सेवा आयोग श्याम बिहारी गुप्ता ने विकास भवन सभागार में आयोजित जनपद स्तरीय अनुश्रवण , मूल्यांकन एवं समीक्षा समिति की अध्यक्षता करते हुए कहा की जनपद की सभी तहसीलों में वृहद गोशाला है, सभी का संचालन स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को दिए जाने का सुझाव दिया ताकि गो वंश के संरक्षण के साथ अपनी आजीविका भी चला सकें। उन्होंने बैठक में बताया कि बुंदेलखंड में नस्ल संवर्धन का सरकार द्वारा किया जा रहा है जिसका लाभ क्षेत्र के किसानों को मिलेगा।
उन्होंने बैठक में प्राकृतिक खेती के लिए जनपद में अभियान चलाए जाने पर जोर दिया। उन्होंने जनपद में मिशन सहजन चलाए संचालित करने पर जोर देते हुए कहा कि गौशालाओं में गोबर के गमले बनाएं और उसी में सहजन का पौधा लगाएं। इसकी अतिरिक्त उन्होंने सुझाव देते हुए कहा कि सार्वजनिक कार्यक्रमों में गोबर के गमले में लगे सहजन के पौधे को स्मृति चिन्ह के रूप में भेंट करें,जिसका लाभ क्षेत्र के किसानों और आमजन को मिलेगा।
अध्यक्ष गो सेवा आयोग ने मुख्यमंत्री निराश्रित/बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना की समीक्षा करते हुए सुझाव दिया कि "04 गो-वंश ले जाएं 15 हजार रुपया पाएं" होर्डिंग के माध्यम से लोगों को जागरूक करें और योजना का अधिक से अधिक प्रचार प्रसार करते हुए ग्रामीणों को योजना की जानकारी दें ताकि वह योजना का अधिक से अधिक लाभ ले सकें। जनपद में योजना अंतर्गत 1222 लाभार्थी हैं इस संख्या को और अधिक बढ़ाए जाने पर जोर दिया। उन्होंने सहभागिता योजना के लाभार्थियों से कहा कि गौवंश को लेकर खेती करेंगे तो खाद की समस्या नहीं होगी और भोजन की थाली भी जहर मुक्त तैयार हो जाएगी।
अध्यक्ष गोवा आयुक्त श्याम बिहारी गुप्ता ने गो आधारित और प्राकृतिक खेती पर जोर देते हुए कहा कि यदि गोपालक गोवंश के संरक्षण के लिए पक्का कैटल कैचर बनाता है तो उसके खाते में 01 लाख रुपये की धनराशि हस्तांतरित की जाएगी, इस योजना का लाभ लेने के लिए पहले किसान को स्वयं कैटल कैचर बनाना होगा। उन्होंने कहा खेत पर गौवंश रखने से गोबर और गोमूत्र के माध्यम से खेती करने से यूरिया और डीएपी की आवश्यकता नहीं रहती है और भोजन भी जहरमुक्त रहता है।
बैठक में जनपद के मुख्य मार्गों सहित हाईवे पर छुट्टा गोवंश के कारण सड़कों पर यातायात प्रभावित होने तथा गोवंश के दुर्घटना में घायल होने के साथ-साथ आमजन के घायल होने की संभावनाओं को दृष्टिगत रखते हुए छुट्टा गोवंश को नजदीकी गौ-आश्रय स्थलों पर पहुंचाने हेतु विशेष अभियान चलाए जाने के निर्देश,अभियान में राजस्व विभाग, ग्राम विकास, नगर विकास विभाग, पशुपालन के अधिकारी व कर्मचारी टीम बनाकर अभियान चलाते हुए मार्गों पर विचरण कर रहे छुट्टा गोवंश को नजदीकी गो-आश्रय स्थल में संरक्षित कराया जाना सुनिश्चित करें।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी जुनैद अहमद, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ संजय कुमार सिंह, एसपी सिटी प्रीति सिंह, उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, डा0जे एस पाल, डीसी मनरेगा शिखर कुमार श्रीवास्तव, प्रकाश नारायण द्विवेदी सहित समस्त पशु चिकित्सा अधिकारी एवं अन्य संबंधित अधिकारी, प्रगतिशील कृषक गोपालक उपस्थित रहे।
रिपोर्टर अंकित साहू
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