123 वीं जयंती पर याद किए गए किसानों के मसीहा चौधरी चरण सिंह
झांसी: देश के पूर्व प्रधानमंत्री तथा किसानों के मसीहा कहे जाने वाले चौधरी चरण सिंह की 123 वीं जयंती आज किसान दिवस के रूप में मनाई गई। समाजवादी पार्टी के महानगर कार्यालय में महानगर अध्यक्ष तनवीर आलम की अध्यक्षता में इस अवसर पर हुई संगोष्ठी में पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के जीवन दर्शन पर विस्तार से चर्चा की गई और उनके बताए रास्ते पर चलने का संकल्प लिया गया। महानगर अध्यक्ष तनवीर आलम ने कहा कि जब से केंद्र तथा उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार सत्ता में आई है, तब से किसानों पर मुसीबतों का पहाड़ टूटा है। बढ़ती महंगाई के कारण फसल उत्पादन की लागत बढ़ती चली जा रही है और किसानों की आमदनी घट रही है। भाजपा किसानों को उनकी फसल की एमएसपी की कानूनी गारंटी नहीं देना चाहती थी। यही कारण है कि पूर्व में किसानों को जबरदस्त आंदोलन करना पड़ा था। इस आंदोलन में सैकड़ो किसानों की जान चली गई, लेकिन सरकार ने किसानों की एक भी बात नहीं सुनी। भाजपा का रवैया किसानों की मांगों के प्रति असंवेदनशील रहा। इस अवसर पर पूर्व विधान सभा प्रत्याशी सीताराम कुशवाहा, प्रेम वाल्मीकि, फारुख शेख, नदीम अली हाशमी, अवधेश यादव, जाकिर हुसैन, मयंक यादव, हामिद मकरानी आदि मुख्य रूप से मौजूद रहे। संगोष्ठी के बाद समाजवादी पार्टी के सभी पदाधिकारी व कार्यकर्ता बेतवा भवन पहुंचे, जहां किसानों के मसीहा चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
रिपोर्टर अंकित साहू

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