डिजिटल पीढ़ी हमारी पीढ़ी थीम पर मनाया गया राष्ट्रीय बालिकास दिवस संवेदीकरण रैली व कार्यशाला का हुआ आयोजन

झांसी। आज पूरे भारत में 24 जनवरी को राष्ट्रीय बालिका दिवस के रूप में मनाया जाता हैI जिसकी शुरुआत साल 2008 में महिला बाल विकास मंत्रालय द्वारा की गयी थीI राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाने का उद्देश्य बालिकाओं को उनके अधिकारों के बारे में जागरूक करना एवं लोगों को समाज के निर्माण में महिलाओं की भूमिका एवं योगदान के महत्व को समझाना हैI यह बातें राष्ट्रीय बालिका दिवस पर संवेदीकरण रैली एवं कार्यशाला में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुधाकर पाण्डेय ने कही|
 
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि बालक बालिकाओं में अंतर नहीं करना चाहिएI डिजिटलाइजेशन के दौर में बालक बालिकाओं को डिजिटल शिक्षा के समान अवसर प्रदान करने चाहिएI देखने में आता है कि सुरक्षा के चलते कई माता पिता बेटियों को टेक्नोलोजी और डिजिटलाइजेशन की ओर बढ़ने से रोकते हैंI बालिकाओं को डिजिटलाइजेशन के प्रति साक्षर करे साथ ही उन्हें सोशल मीडिया और अन्यप्लेटफार्म के द्वारा हो रहे डिजिटल फ़्रौड के बारे में जागरूक करेI इससे वह किसी प्रकार के साइबर शोषण से भी बचेंगी और उन्हे डिजिटली शिक्षा प्राप्त करने के मौके भी प्राप्त होंगेI 
 
 
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एन. के जैन ने बताया कि आज के कार्यक्रम की थीम ‘डिजिटल पीढ़ी, हमारी पीढ़ी’ है क्योंकि डिजिटलाइजेशन का दौर हैI सारे काम टेक्नोलोजी के माध्यम से किए जाते हैंI शिक्षा की बात की जाये तो डिजिटल शिक्षा की भूमिका शिक्षा जगत में बढ़ती जा रही हैI बालिकाओं को आगे बढ्ने के लिए और भविष्य में अच्छे अवसरो को प्राप्त करने के लिए डिजिटल शिक्षा का अवसर मिलना बहुत आवश्यक हैI
 
एनएचएम के मंडलीय परियोजना प्रबन्धक आनंद चौबे ने बताया बालक बालिका को शिक्षा के साथ साथ स्वास्थ्य एवं पोषण दोनों के समान अवसर प्रदान करने की जरूरत हैI हाल ही मेँ आए राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण-5 के अनुसार जनपद में शिशु जन्मदर जो कि 815 से बढ़कर 927 हो गया है उसमें लिंगानुपात प्रति 1000 बालकों पर 946 बालिकाएँ है वही 41.3 प्रतिशत महिलाएं खून की कमी से पीड़ित हैंI जिसमें अभी भी सुधार की आवश्यकता है। स्वास्थ विभाग द्वारा बालिकाओं एवं महिलाओं के स्वास्थ्य सुधार के लिए बहुत से प्रयास किए जा रहे हैं जिसमें जन सहभागिता बहुत आवश्यक है। इसके साथ ही बालिकाओ को ध्यान देने की जरूरत है कि सोश्ल मीडिया के दौर में वह किसी भी प्रकार  के शोषण का शिकार न हो इसके लिए जरूरी है कि वह डिजिटलाइजेशन के प्रति पूर्ण रूप से साक्षर होI 
 
 
कम्यूनिटी हैल्थ एक्सपर्ट डॉ. उत्सव राज ने पीसीपीएनडीटी एक्ट पर एवं स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी डॉ विजयश्री शुक्ला ने राष्ट्रीय बालिका दिवस एवं लिंग संवेदीकरण पर प्रस्तुतिकरण के माध्यम से जानकरी दीI 
 
कार्यशाला में समस्त अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ। महेंद्र कुमार, उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रमाकांत स्वर्ङ्कार, डॉ राज किशोर, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. रविशंकर के साथ साथ समाज सेवी संस्थाओं के सदस्य जैसे समाज सेविका नीति शास्त्री, प्रगतिरथ संस्था की सचिव डॉ. संध्या चौहान, नव प्रभात संस्था से रूपम अग्रवाल आदि मौजूद रहे, भारती रावत, श्रीमति ऋतु पाण्डेय , डॉ. अनुराधा, ब्रिज किशोर, टीडी सिंह  के साथ साथ आईसीडीएस विभाग एवं शिक्षा विभाग के सदस्य मौजूद रहे| कार्यक्रम का संचालन स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी डॉ॰ विजयश्री शुक्ला ने किया।  
 
आयोजित रैली में बुंदेलखंड महाविद्यालय एवं राघवेंद्र नर्सिंग विध्यालय के शिक्षक एवं छात्र छात्राएँ मौजूद रहेI

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