चौपारण प्रखंड कार्यालय में लापरवाही चरम पर आम जनता परेशान
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चौपारण : प्रखंड के 26 पंचायतों का सबसे बड़ा ब्लॉक कार्यालय इन दिनों बदहाल स्थिति में है। कार्यालय में अधिकारी और कर्मचारी नियमित रूप से अनुपस्थित रहते हैं, जिससे आम जनता को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
जनता के काम नहीं हो रहे, अधिकारी लापता
बुनियादी जरूरतों से जुड़े कार्य जैसे आधार कार्ड संशोधन, म्यूटेशन, दाखिल-खारिज, और अन्य प्रमाण पत्रों के लिए आम नागरिकों को लगातार दफ्तरों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। सबसे ज्यादा परेशानी स्कूली बच्चों और वृद्ध नागरिकों को हो रही है, जो अपने दस्तावेजों को ठीक कराने के लिए बार-बार कार्यालय पहुंच रहे हैं, लेकिन उन्हें मायूसी ही हाथ लग रही है।
दफ्तर में ताला, अधिकारी नदारद
स्थानीय लोगों का कहना है कि जब भी वे किसी कार्य के लिए कार्यालय जाते हैं, तो वहां अक्सर ताला लटका मिलता है। यदि कभी कोई कर्मचारी मिल भी जाए, तो वे जनता के साथ दुर्व्यवहार करते हैं और काम करने में कोई रुचि नहीं दिखाते। यह स्थिति प्रशासनिक कार्यप्रणाली की गंभीर विफलता को दर्शाती है।
सांसद-विधायक को लेना चाहिए संज्ञान
चौपारण की जनता ने इस गंभीर समस्या को लेकर स्थानीय सांसद, विधायक और उपायुक्त (डीसी) से तत्काल संज्ञान लेने की अपील की है। यदि समय रहते इस लापरवाही पर रोक नहीं लगाई गई, तो जनता का आक्रोश बढ़ सकता है और बड़ा आंदोलन भी हो सकता है।
प्रशासनिक भ्रष्टाचार पर सवाल
जिस जनता के टैक्स के पैसे से अधिकारियों और कर्मचारियों को वेतन मिलता है, उन्हीं की समस्याओं की अनदेखी की जा रही है। इस प्रकार की उदासीनता न केवल जनहित के खिलाफ है, बल्कि सरकारी तंत्र में फैले भ्रष्टाचार को भी उजागर करती है। अब देखना होगा कि प्रशासन इस गंभीर समस्या पर कब तक कार्रवाई करता है और आम जनता को राहत मिलती है या नहीं। यह रिपोर्ट चौपारण प्रखंड कार्यालय में व्याप्त लापरवाही को उजागर करती है और प्रशासन को त्वरित कार्रवाई करने के लिए प्रेरित करती है। यदि आप इसमें कोई और जानकारी या बदलाव चाहते हैं, तो बताइए।
रिपोर्टर : मुकेश सिंह
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