चौपारण अस्पताल की लचर व्यवस्था पर उमाशंकर अकेला ने जताई चिंता..

चौपारण : सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) की व्यवस्था को लेकर बरही के पूर्व विधायक उमाशंकर अकेला ने चिंता जताई है, बिरहोर समुदाय की 12 वर्षीय बच्ची सरस्वती कुमारी की मौत पर शोक व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि यदि समय पर उचित इलाज और स्वास्थ्य सुविधा मिलती, तो शायद बच्ची की जान बचाई जा सकती थी।

पूर्व विधायक ने कहा कि, पूर्व प्रभारी चिकित्सक डॉ. फरहाना महफुज अक्सर अस्पताल से अनुपस्थित रहती थीं और अधिकतर समय कोडरमा स्थित अपने निजी नर्सिंग होम में बिताती थीं। उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी इस लापरवाही का सीधा असर गरीब और आदिवासी तबके पर पड़ता रहा है, जिन्हें समुचित इलाज नहीं मिल पा रहा था। सरस्वती की मौत के बाद शव को एंबुलेंस द्वारा बीच रास्ते में छोड़ दिए जाने की घटना पर भी उन्होंने नाराजगी जताई और इसे अमानवीय बताया।
हालांकि अब अस्पताल में प्रशासन द्वारा कार्रवाई की गई है और पूर्व प्रभारी को हटा कर धर्मनाथ ठाकुर को नया प्रभारी चिकित्सक नियुक्त किया गया है। उमाशंकर अकेला ने प्रशासन की इस पहल का स्वागत करते हुए उम्मीद जताई कि अब अस्पताल की व्यवस्था में सुधार होगा। इसके साथ ही उन्होंने मांग की कि चौपारण अस्पताल में डॉक्टरों की संख्या बढ़ाई जाए, स्वास्थ्य सेवाओं की निगरानी सुनिश्चित हो और क्षेत्र की गरीब व आदिवासी आबादी को प्राथमिकता के आधार पर बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। पूर्व विधायक ने कहा कि चौपारण जैसे पिछड़े क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करना बेहद जरूरी है, क्योंकि अब भी यहां की जनता बुनियादी चिकित्सा सुविधाओं के लिए संघर्ष कर रही है।

रिपोर्टर : मुकेश सिंह 

 

Leave a Reply



comments

Loading.....
  • No Previous Comments found.