करवा-चौथ की चौकी में क्या रखना चाहिए?

करवा चौथ एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार हैं, कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को रखा जाने वाला करवा चौथ का व्रत 20 अक्टूबर यानी कल रखा जाएगा.करवाचौथ का पर्व पत्नियों द्वारा अपने पतियों की लंबी उम्र और सुखी जीवन के लिए मनाया जाता हैं.यह त्योहार हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चौथ तिथि को मनाया जाता हैं, जो आमतौर पर अक्टूबर या नवंबर में पड़ता हैं.इस अवसर पर पत्नियां अपने पति की लंबी उम्र और सुखी जीवन के लिए प्रार्थना करती हैं.करवा चौथ विवाहित जीवन में सुख और समृद्धि का प्रतीक हैं.यह त्योहार पति-पत्नी के बीच प्रेम और स्नेह को मजबूत बनाता हैं.
करवा चौथ की कथा महाभारत से जुड़ी हुई हैं.कथा के अनुसार, भगवान श्रीकृष्ण ने अपनी पत्नी द्रौपदी को करवा चौथ का व्रत रखने के लिए कहा था, जिससे उनके पति अर्जुन की जान बच सके. द्रौपदी ने व्रत रखा और अर्जुन की जान बच गई.पत्नियां सूर्योदय से लेकर चंद्रोदय तक व्रत रखती हैं.पत्नियां भगवान श्रीकृष्ण और माता पार्वती की पूजा करती हैं.करवा की पूजा करवा यानी (मिट्टी का बर्तन) की पूजा की जाती हैं. पत्नियां चंद्रोदय के बाद अपने पति के पैर छूती हैं और आशीर्वाद लेती हैं.
करवा-चौथ की चौकी में रखे जाने वाले समान
मुख्य वस्तुएं
1. करवा (मिट्टी का बर्तन): करवा चौथ का मुख्य प्रतीक, जो पत्नी के प्यार और समर्पण का प्रतीक हैं.
2. गौरी माता की मूर्ति या चित्र: गौरी माता की पूजा से पत्नी को सुखी विवाहित जीवन की कामना होती हैं.
3. भगवान श्रीकृष्ण की मूर्ति या चित्र: भगवान श्रीकृष्ण की पूजा से पत्नी को पति की लंबी उम्र और सुखी जीवन की कामना होती हैं.
पूजा की वस्तुएं
1. शंख: शंख की ध्वनि से पूजा की शुरुआत की जाती हैं.
2. घी का दीया: घी का दीया जलाकर पूजा की जाती हैं.
3. कपूर: कपूर की धूप से पूजा की जाती हैं.
4. चावल: चावल की पूजा से पत्नी को सुखी विवाहित जीवन की कामना होती हैं.
5. गेहूं: गेहूं की पूजा से पत्नी को सुखी विवाहित जीवन की कामना होती हैं.
अन्य वस्तुएं
1. पान के पत्ते: पान के पत्तों का इस्तेमाल भगवान को अर्पित किया जाता हैं .
2. सुपारी: सुपारी का इस्तेमाल भगवान को अर्पित किया जाता हैं .
3. हल्दी: हल्दी का इस्तेमाल भगवन को तिलक लगाने के लिए किया जाता हैं.
4. कुमकुम: कुमकुम का इस्तेमाल भगवान को तिलक करने के लिए किया जाता हैं.
5. सिंदूर: सिंदूर की पूजा से पत्नी को सुखी विवाहित जीवन की कामना होती हैं.
भगवान का भोग
1. फल: फलों का इस्तेमाल पूका के दौरान भगवान को भोग लगाने के लिए किया जाता हैं.
2. मेवे: मेवों का इस्तेमाल पूका के दौरान भगवान को भोग लगाने के लिए किया जाता हैं.
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