बरसते पानी में नगरवासियो और व्यापारियों की समस्याएं दूर करने पहुँचीं नगर परिषद अध्यक्ष पलक नमीत ग्रोवर

कटनी : कैमोर नगर की सबसे कम उम्र में नगर की बागडोर संभालने वाली और मध्यप्रदेश की सबसे युवा नगर परिषद अध्यक्ष मानी जाने वाली पलक नमित ग्रोवर ने फिर से अपनी संवेदनशीलता और सेवा भाव का परिचय दिया। दशहरा महोत्सव के अंतर्गत रामलीला मैदान में स्थानीय व बाहर से आए व्यापारियों की चिंता दूर करने के लिए वह अचानक बरसती बारिश के बीच रामलीला मैदान में पहुँच गईं। कैमोर रामलीला मैदान में इन दिनों रामलीला मंचन और दशहरा मेले की तैयारियाँ चल रही हैं। बाहर से आए व्यापारियों व स्थानीय व्यापारियों द्वारा दुकानों और टेंट लगाकर अपना कारोबार शुरू किया था। लेकिन कल देर शाम अचानक हुई तेज बारिश से मैदान में जलभराव हो गया और दुकानों की व्यवस्था प्रभावित हुई। व्यापारी असमंजस और चिंता में थे। तभी नगर परिषद अध्यक्ष पलक ग्रोवर छाता लेकर रामलीला मैदान पहुँचीं और स्वयं निरीक्षण कर व्यापारियों को आश्वस्त किया। अध्यक्ष ने व्यापारियों से मुलाकात कर कहा आप सब नगर के मेहमान हैं। यह मेरा दायित्व है कि आपको किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। नगर परिषद की पूरी टीम आपके साथ खड़ी है।उन्होंने कर्मचारियों को तत्काल निर्देश दिए कि पानी निकासी के रास्ते खोले जाएँ, दुकानों को दुरुस्त कराया जाए और भोजन आदि की आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उनकी त्वरित कार्यशैली को देखकर व्यापारी और स्थानीय नागरिक संतुष्ट हुए।
आलोचकों को दिया जवाब
जब उनसे पूछा गया कि बारिश में खुद मैदान आना कितना उचित था, क्या यह कार्य फोन पर नहीं किया जा सकता था? इस पर अध्यक्ष श्रीमती पलक नमीत ग्रोवर ने स्पष्ट कहा मैं जमीन से जुड़ी महिला हूँ। मुझे लोगों के दुख-दर्द का अंदाज़ा है। मैं विधायक संजय सत्येंद्र पाठक के विधानसभा क्षेत्र की सेवक हूँ। यह मेरा कर्तव्य है कि स्थानीय व बाहर से आए व्यापारियों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो। स्थानीय लोगों ने अध्यक्ष की इस सक्रियता और सेवा भाव की सराहना की। नागरिकों ने कहा कि एक उद्योगपति परिवार की बहू होते हुए भी वे बरसते पानी में मैदान तक दौड़कर आईं, यह गज़ब की संवेदनशीलता और जनसेवा की मिसाल है।नगर में इस घटना ने अध्यक्ष के प्रति सम्मान और बढ़ा दिया है। उनकी युवा सोच और तत्पर कार्यशैली को लेकर अब जगह-जगह चर्चा हो रही है कि इतनी कम उम्र में भी वे जनता के दुख-दर्द को समझने और निवारण करने में गंभीर हैं।
रिपोर्टर : सुमित जायसवाल
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