दद्दाधाम में प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का चौथा दिन धर्ममय वातावरण में सम्पन्न

कटनी : दद्दाधाम में चल रहे भव्य प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के चौथे दिन बुधवार को श्रद्धा और भक्ति का अनुपम संगम देखने को मिला। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, प्रभारी मंत्री राव उदय प्रताप सिंह, मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद व्ही. डी. शर्मा, विधायक संजय सत्येंद्र पाठक, तथा फिल्म अभिनेता आशुतोष राणा सहित कई गणमान्य अतिथि कार्यक्रम में शामिल हुए।

झिंझरी के होमगार्ड मैदान स्थित हेलीपैड पर सभी अतिथियों का स्वागत विधायक संजय सत्येंद्र पाठक, दीपक सोनी टंडन और प्रणय पांडे ने किया। इस दौरान सुरक्षा और स्वागत की चाक-चौबंद व्यवस्था रही।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सीधे दद्दाधाम पहुंचे, जहां उन्होंने परम पूज्य गृहस्थ संत पंडित देव प्रभाकर शास्त्री ‘दद्दाजी’ की समाधि पर पुष्प अर्पित कर आरती की और आशीर्वाद लिया। इसके बाद वे नवनिर्मित मंदिर पहुंचे और वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पूजा-अर्चना की।

श्रद्धालुओं की रिकॉर्ड भीड़
प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के चौथे दिन दद्दाधाम में श्रद्धालुओं की भीड़ ने नया रिकॉर्ड बनाया। आयोजकों के अनुसार, एक लाख से अधिक श्रद्धालु दिनभर में दर्शन करने पहुंचे, जिससे पूरा क्षेत्र धर्ममय हो गया।

मुख्यमंत्री ने किया संबोधन
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मंच से श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि “कटनी का दद्दाधाम भी अब प्रदेश और देश के अन्य प्रसिद्ध तीर्थस्थलों की तरह जाना जाएगा। राज्य सरकार इसके विकास के लिए हर संभव प्रयास करेगी।”
उन्होंने आगे बताया कि राज्य में युवाओं को धर्मग्रंथों से जोड़ने के लिए श्रीमद्भागवत गीता पर आधारित प्रतियोगिता शुरू की जा रही है, जिससे नई पीढ़ी अपने धर्म और संस्कारों को समझ सकेगी।

इंद्रेश जी महाराज का प्रवचन
कथा व्यास पर विराजमान पूज्य इंद्रेश जी महाराज ने प्रवचन में कहा, “अगर मन पवित्र नहीं है तो तन की सफाई का कोई लाभ नहीं। शुचिता का अर्थ केवल बाहरी सफाई नहीं, बल्कि मानसिक और आत्मिक पवित्रता भी है।”
उन्होंने कहा कि मन में सेवा, दान, परोपकार, अहिंसा और प्रेम के विचार स्थापित करने से ही सच्चा कल्याण संभव है।

महाराज ने आगे कहा कि ठाकुर जी और राधा नाम का स्मरण कभी व्यर्थ नहीं जाता — “राधे बिना श्याम आधे हैं”। राधा और कृष्ण का प्रेम जीवन की सार्थकता और आध्यात्मिकता का सर्वोच्च प्रतीक है।

देर शाम उपमुख्यमंत्री पहुंचे
देर शाम उपमुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ला भी कथा स्थल पहुंचे और प्रवचन का श्रवण किया। पूरे आयोजन के दौरान भक्ति, उत्साह और अनुशासन का अद्भुत संगम देखने को मिला।

रिपोर्टर : सुमित जायसवाल 

 

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