मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना की पहली किस्त से महिलाओं में उत्साह

खगड़िया - बिहार राज्य की महिलाओं के लिए आज का दिन ऐतिहासिक रहा। मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के तहत राज्य की प्रत्येक पात्र महिला को रोजगार प्रारंभ करने हेतु प्रथम किस्त के रूप में ₹10,000 की राशि प्रदान की गई। इस योजना का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने संयुक्त रूप से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि “बिहार की महिलाएं आज आत्मनिर्भरता की दिशा में मजबूत कदम बढ़ा रही हैं। यह योजना उनके आत्मविश्वास को और बढ़ाएगी और परिवार से लेकर समाज तक की आर्थिक प्रगति में उनकी भूमिका को सशक्त बनाएगी।” मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने योजना के उद्देश्यों को स्पष्ट करते हुए कहा कि प्रत्येक ग्रामीण और शहरी परिवार से एक महिला को स्वरोजगार से जोड़ना इस पहल का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि इससे न केवल महिलाएं आर्थिक रूप से सक्षम होंगी बल्कि पूरा परिवार लाभान्वित होगा।
खगड़िया जिले में विशेष कार्यक्रम का आयोजन
इस राज्यस्तरीय पहल के अंतर्गत खगड़िया जिले में जिला के खेल भवन ऑडिटोरियम में एक भव्य कार्यक्रम एवं सभी प्रखंड में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। साथ ही जीविका के कुल 28 संकुल संघ, समेत 1422 ग्राम संगठन में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें लाखों जीविका दीदी की भागीदारी रही। इस अवसर पर जिले की लगभग 1 लाख जीविका दीदियों को मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना का लाभ सीधे उनके बैंक खातों में उपलब्ध कराया गया। कार्यक्रम में जीविका से जुड़ी कई महिलाओं ने अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि पहले आय का कोई नियमित साधन नहीं था, लेकिन अब इस राशि से वे स्वरोजगार और छोटे व्यापार शुरू कर अपने परिवार को बेहतर ढंग से चला सकेंगी। कुछ महिलाओं ने सब्जी उत्पादन, छोटे स्तर पर व्यवसाय और कृषि आधारित कार्यों में निवेश करने की इच्छा जताई।
जिला स्तरीय नेतृत्व की भागीदारी
खगड़िया जिले के ऑडिटोरियम में भी इस अवसर पर विशेष आयोजन हुआ। कार्यक्रम में जिले के आदरणीय जिलाधिकारी श्री नवीन कुमार उप विकास आयुक्त श्री अमिषेक पलासिया जीविका के जिला परियोजना प्रबंधक श्री उमाशंकर साह उपस्थित रहे। सभी अधिकारियों ने जीविका दीदियों के साथ प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री का संबोधन सुना। जिलाधिकारी नवीन कुमार ने कहा कि “यह योजना महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में मील का पत्थर साबित होगी। खगड़िया जिले की महिलाएं पहले से ही जीविका समूहों से जुड़कर मिसाल कायम कर चुकी हैं और अब इस वित्तीय सहायता से उनका आत्मविश्वास और बढ़ेगा।” उप विकास आयुक्त ने भी महिलाओं को योजना का सही उपयोग करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि इस सहायता राशि का प्रयोग रोजगारपरक गतिविधियों में किया जाए, तभी योजना की सार्थकता सिद्ध होगी। जिला परियोजना प्रबंधक उमाशंकर साह ने इस योजना की विशेषताओं को विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि जीविका दीदियों ने अपनी मेहनत और लगन से समाज में नई पहचान बनाई है और आने वाले दिनों में यह राशि उन्हें और अधिक अवसर प्रदान करेगी। अंत में उन्होंने सभी दीदियों और सहयोगी संगठनों का धन्यवाद दिया। योजना का उद्देश्य और संभावनाएं मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना का मुख्य उद्देश्य है—हर घर से एक महिला को रोजगार से जोड़ना और उन्हें स्वरोजगार के लिए सक्षम बनाना। सरकार का मानना है कि जब महिलाएं आर्थिक रूप से मजबूत होंगी तो परिवार और समाज दोनों की स्थिति सुधरेगी। विशेषज्ञों का मानना है कि इस योजना से ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में महिला उद्यमिता को नया आयाम मिलेगा। छोटे उद्योग, हस्तशिल्प, कृषि आधारित कार्य और सेवा क्षेत्र में महिलाएं अपना योगदान देंगी, जिससे राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। 26 सितंबर 2025 का दिन बिहार की महिलाओं के लिए नई शुरुआत का प्रतीक बन गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में प्रारंभ हुई यह योजना महिलाओं को न केवल आर्थिक स्वतंत्रता की राह पर ले जाएगी बल्कि उन्हें समाज में एक सशक्त पहचान भी दिलाएगी। खगड़िया सहित पूरे बिहार में जीविका दीदियों ने इसे “आत्मनिर्भरता का पर्व” बताया।
रिपोर्टर - उमर खान
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