खजराना गणेश मंदिर, इंदौर: हीरों से जड़ी गणेश प्रतिमा और उल्टा स्वास्तिक बनाने की अनोखी परंपरा

गणेश उत्सव और खजराना मंदिर का महत्व

गणेश उत्सव (Ganesh Chaturthi 2025) इन दिनों पूरे भारत में धूमधाम से मनाया जा रहा है। भक्त बप्पा को प्रसन्न करने के लिए घर-घर मूर्तियों की स्थापना करते हैं और मंदिरों में पूजा-अर्चना करते हैं। इंदौर का खजराना गणेश मंदिर (Khajrana Ganesh Mandir) इस मौके पर विशेष रूप से प्रसिद्ध है। यहां प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं और अपनी मनोकामनाएं पूरी होने की प्रार्थना करते हैं।

खजराना गणेश मंदिर का इतिहास

खजराना गणेश मंदिर का निर्माण मराठा रानी अहिल्याबाई होल्कर ने करवाया था। माना जाता है कि मुगल शासक औरंगजेब से भगवान गणेश की प्रतिमा को बचाने के लिए इसे एक कुएं में छिपा दिया गया था। बाद में साल 1735 में अहिल्याबाई होल्कर ने इस प्रतिमा को बाहर निकलवाकर मंदिर की स्थापना की।

शुरुआत में यह मंदिर एक छोटी सी झोपड़ी के रूप में था, लेकिन आज यह इंदौर का भव्य और प्रसिद्ध मंदिर बन चुका है। बुधवार और रविवार को यहां भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है।

हीरों और चांदी से सजा मंदिर

इस मंदिर की सबसे खास बात यह है कि यहां की गर्भगृह की दीवारें चांदी से बनी हैं और उन पर विभिन्न त्योहारों की झलक देखने को मिलती है।

भगवान गणेश की आंखें हीरों से बनी हैं, जिन्हें इंदौर के एक व्यापारी ने भेंट किया था।

भक्त यहां सोना, चांदी और कीमती रत्न चढ़ाते हैं।

मंदिर की भव्यता और चमक इसे अनोखा बनाती है।

मंदिर की विशेषताएं

यहां स्थापित गणेश प्रतिमा लाल रंग की है, जो हनुमान जी की तरह दिखती है।

मंदिर परिसर में मां दुर्गा, शिवलिंग, हनुमान जी, मां लक्ष्मी और मां गंगा की भी प्रतिमाएं हैं।

इस मंदिर की एक अनोखी परंपरा यह है कि भक्त अपनी मनोकामना पूरी होने के लिए दीवार पर उल्टा स्वास्तिक बनाते हैं।

खजराना गणेश मंदिर तक कैसे पहुंचें?

हवाई मार्ग से: सबसे नजदीकी हवाई अड्डा देवी अहिल्या इंटरनेशनल एयरपोर्ट, इंदौर है।

रेल मार्ग से: इंदौर रेलवे स्टेशन देश के बड़े शहरों से जुड़ा है। रेलवे स्टेशन से मंदिर लगभग 5 किलोमीटर की दूरी पर है।

सड़क मार्ग से: इंदौर राष्ट्रीय राजमार्ग NH-3 और NH-59A से जुड़ा हुआ है। शहर में दो प्रमुख बस स्टैंड हैं – सरवटे बस स्टैंड और गंगवाल बस स्टैंड।

 

खजराना गणेश मंदिर, इंदौर न सिर्फ धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है बल्कि अपनी भव्यता और अनोखी परंपराओं के कारण भी खास है। हीरों से जड़ी प्रतिमा, चांदी से सजी दीवारें और उल्टा स्वास्तिक बनाने की परंपरा इसे भारत के सबसे खास गणेश मंदिरों में शामिल करती हैं।

यदि आप इंदौर की यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो खजराना गणेश मंदिर के दर्शन जरूर करें और बप्पा का आशीर्वाद प्राप्त करें।

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