JSLPS के कर्मियों के हड़ताल का पांचवां दिन

खूंटी : विगत पांच दिनों से JSLPS कर्मी अपनी न्यायसंगत और मूलभूत मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं जिससे ग्रामीण विकास विभाग का कार्य बाधित है। लगातार पांच दिनों तक हड़ताल के बावजूद सरकार द्वारा कोई पहल नहीं की जा रही है। 

केंद्र सरकार के मानव संसाधन विभाग को नियमावली लागू करने के लिए अक्टूबर 2024 में विभाग को मांग प्रपत्र उपलब्ध कराया गया था  जिसे अनिवार्य रूप से दिसंबर 2024 तक लागू किया जाना था लेकिन JSLPS प्रबंधन इस पर मौन है, विदित हो कि कैबिनेट से अनुमोदित मानव संसाधन नियमावली में प्रत्येक साल वेतन वृद्धि का प्रावधान था जिसे JSLSP  प्रबंधन द्वारा लागू नहीं किया गया जिस कारण कर्मियों का वेतन बहुत कम है , जिस पर पहल करने हेतु NMMU द्वारा नया संशोधित मानव संसाधन नियमावली लागू करने का प्रस्ताव दिया गया। इसके अतिरिक्त अन्य मांगों में दस वर्षों से कार्यरत कर्मियों को राज्यकर्मी का दर्जा , गृह जिला पदस्थापन, वरीयता के आधार पर आंतरिक पदोन्नति शामिल है।

लगातार पांच दिनों तक हड़ताल पर बैठे JSLPS के रमेश नायक, मोहम्मद मेराज आलम और विनीता तिर्की ने कहा कि हड़ताल में एल5 से एल8 तक के कर्मी शामिल हैं। दो वर्ष पूर्व वेतनवृद्धि की मांग पर सुनवाई कर लागू करने का आश्वासन दिया गया था बावजूद 2025 में भी वेतन वृद्धि समेत अन्य मांगों से जुड़ा मामला अधर में लटका हुआ है। वेतनवृद्धि संबंधी फाइल आखिर क्यों लटकाया जा रहा है यह गंभीर सवाल है। सरकार यदि इसपर गंभीरता से विचार नहीं करेगी तो हड़ताल आगे भी चलता रहेगा और ग्रामीण आजीविका से जुड़े विकास कार्य अवरुद्ध रहेंगे।

 रिपोर्टर : शहीद अंसारी 

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