सेविका सहायिकाओं ने बारिश के बावजूद किया धरना प्रदर्शन, राज्य सरकार के नाम सौंपा ज्ञापन

खूंटी : खूंटी समाहरणालय के सामने आज आंगनबाड़ी सेविका सहायिकाओं ने एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया। बारिश के बावजूद आंगनबाड़ी कर्मियों ने अपने हक अधिकार की आवाज बुलंद की और संबंधित पदाधिकारियों और विभागों को झारखंड सरकार के नाम ज्ञापन भी सौंपा। एक दिवसीय धरना प्रदर्शन के माध्यम से आंगनबाड़ी सेविका सहायिकाओं ने छह प्रमुख मांगें रखीं जिसमें उन्होंने बताया कि आंगनबाड़ी सेविका/सहायिका को श्रमिक का दर्जा दिया जाए तथा सरकारी कर्मचारी घोषित किया जाय। आंगनबाड़ी सेविका/सहायिका को सेवानिवृति का लाभ एक मुश्त पांच लाख रूपये एवं मानदेय का आधा पेंशन लागू किया जाय। जो पश्चिम बंगाल में दिया जा रहा है। 2022 के संकल्प पत्र के तीन नम्बर पर आंगनबाड़ी सेविका के मानदेय में प्रतिवर्ष 500 रूपये एवं सहायिका के मानदेय में 250 रूपये की वृद्धि होती है। प्रतिवर्ष जुलाई में इसमें संशोधन कर सेविका को 1000 रूपये तथा सहायिका को 500 रूपये वृद्धि किया जाय एवं अनुशंसा मुक्त किया जाय। आंगनबाड़ी सेविका से ही पर्यवेक्षिका पद पर नियुक्त किया जाय एवं सहायिका से सेविका के पद पर पदोन्नति दिया जाय। एवं उम्र सीमा हटायी जाय। 10 वर्षों से विभागीय प्रमोशन नहीं हुआ है। आंगनबाड़ी सेविका/सहायिका को ग्रेच्युटी पर अपील संख्या-3153 में माननीय सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के अनुसार कोर्ट के आदेश के कार्यान्वयन के लिए तत्काल पालन किया जाय। साथ ही सेविकाओं को बीएलओ के कार्यभार से मुक्त करे। THR से FRS को हटाये और सेविका पद का नाम बदलकर प्रवेक्षिका करना शामिल करे।
एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कार्यक्रम में खूंटी जिला आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संघ की अध्यक्ष रंजीता देवी ने कहा कि यदि झारखंड सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करती है तो 10 सितंबर से राज्यभर की आंगनबाड़ी सहिया सेविकाएं विधानसभा के सामने धरना प्रदर्शन करेंगी और अनिश्चितकालीन हड़ताल भी प्रारंभ किया जाएगा।
एकदिवसीय धरना कार्यक्रम में उपाध्यक्ष हेमंती देवी, सचिव जयवन्ति नाग, सह सचिव पंचमी देवी, रश्मि देवी, सरिता देवी, तोरपा की अध्यक्ष बिराजमनी गुड़िया, उर्मिला देवी, प्रेमिका हेमरोम और जिला कोषाध्यक्ष बसंती बारला समेत सैकड़ों की संख्या में आंगनबाड़ी सेविका साहिकाएं शामिल थीं।
रिपोर्टर : शहीद अंसारी
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