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मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की दूरगामी सोच है " वंदे गंगा जल संरक्षण-जन अभियान " - अरविन्द सिसोदिया

कोटा : भाजपा मीडिया संपर्क विभाग के प्रदेश सहसंयोजक अरविन्द सिसोदिया ने बताया कि राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की राजस्थान में जल संरक्षण एवं जल पुनर्भरण का महत्वपूर्ण अभियान है, " वंदे गंगा जल संरक्षण-जन अभियान ",जो मुख्यमंत्री शर्मा की दूरगामी लोकल्याणकारी सोच को दर्शाता है।सिसोदिया नें कहा है कि " राजस्थान की भजनलाल सरकार द्वारा समूचे प्रदेश में मानसून से पूर्व 5 जून से 20 जून तक चलने वाला " वंदे गंगा जल संरक्षण- जन अभियान " इस मायने में महत्वपूर्ण हो जाता है कि राजस्थान में भूजल की निकासी, भूजल के पुनर्भरण से कहीं बहुत अधिक हो है। जिससे भूजल का स्तर लगातार गिर रहा है। इसे मेन्टेन रखने के लिए वर्षा के जल का पुनर्भरण अत्यंत आवश्यक है। वहीं पेयजल की उपलब्धता निरंतर कम हो रही है। इसलिये जल भंडारण के सभी स्रोतों की साफ सफाई और उनकी पुनर्भरण क्षमता में वृद्धि की भी जरूरत है।9 जून को होगा पूरे प्रदेश में अमृत सरोवर का शुभारंभ सिसोदिया नें बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार 9 जून को 11 साल पूरे कर रही है। इस दिन 9 जून को वंदे गंगा जल संरक्षण-जन अभियान के अंतर्गत राज्य सरकार नवीन अमृत सरोवरों का शुभारंभ करेगी। साथ ही, नए जल संग्रहण और जल संरक्षण संरचनाओं के कार्यों के शुभारंभ, गांवों के सभी जल स्रोतों की मैपिंग व साफ-सफाई तथा गांवों के मुख्य मार्गों, चौराहों और सार्वजनिक स्थलों की साफ-सफाई आदि पर्यावरण सरंक्षण के कार्य भी किए जाएंगे। प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई परियोजना 2.0 के अंतर्गत शुरू होंगी नई परियोजनायें उन्होंने बताया कि इस अभियान के तहत 10 से 15 जून के मध्य मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान 2.1 के अंतर्गत पूर्ण कार्यों का समीक्षात्मक अवलोकन, मुख्यमंत्री जन स्वावलंबन अभियान 2.2 के अंतर्गत कार्यों की स्वीकृति और प्रारंभ करना तथा प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई परियोजना 2.0 के अंतर्गत नवीन परियोजनाओं का शुभारंभ किया जाएगा। इसी प्रकार जल संरक्षण संरचनाओं का समीक्षात्मक अवलोकन और मनरेगा के तहत विभिन्न कार्य प्रारंभ किए जाएंगे। साथ ही इन दिवसों में किसान चौपाल, डिग्गियों की साफ-सफाई, जल स्रोतों पर दीप प्रज्ज्वलन, प्लास्टिक कचरे का चिन्हित स्थलों पर निष्पादन और अमृत 2.0 के अंतर्गत कार्यादेश जारी करने के कार्य भी प्रस्तावित हैं। कर्मभूमि से मातृभूमि अभियान के अंतर्गत विभिन्न कार्यों का लोकार्पण सिसोदिया नें बताया कि इस दौरान जल उपभोक्ता समूहों के कार्यक्रम, कैच द रैन कार्यक्रम और पेयजल स्रोत जैसे ग्राउंड लेवल रिजर्वायर और ऑवर हैड रिजर्वायर की साफ-सफाई की जाएगी।उन्होंने बताया कि जल बचत हेतु जनजागृति अभियान, कर्मभूमि से मातृभूमि अभियान के अंतर्गत विभिन्न कार्यों का लोकार्पण एवं स्वीकृति, जल उपयोग अंकेषण के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण की जागरूकता पर निबंध लेखन एवं नुक्कड नाटक आदि गतिविधियों का भी आयोजन भी किया जाएगा।रात्रि चौपाल में होगी जल संरक्षण पर चर्चा उन्होंने बताया कि 16 से 19 जून तक अभियान के अंतर्गत चारागाहों का चिन्हिकरण और पौधरोपण की तैयारी, राजीविका के ग्राम संगठन एवं सीएलएफ कार्यालयों में स्वच्छता अभियान के साथ ही मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान 2.0 के तहत चयनित ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर रात्रि चौपाल आयोजित कर जल संग्रहण एवं संरक्षण पर चर्चा की जाएगी,साथ ही स्प्रिंकलर, ड्रिप, फार्म पॉण्ड, पाइपलाइन की स्वीकृति, अमृत 2.0 के अंतर्गत स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं द्वारा साफ-सफाई कार्यक्रम एवं शहरी रोजगार योजना के अंतर्गत पौधरोपण की अग्रिम तैयारी आदि कार्य किए जाएंगे। 20 जून को समापन पर वंदे गंगा जल संरक्षण-जन अभियान के क्रियान्वयन में सहयोग करने वाले भामाशाह एवं संस्थाओं का सम्मान सहित कार्यक्रम प्रस्तावित किए गए हैं। सिसोदिया नें बताया कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा नें इस अभियान के द्वारा राजस्थान में वर्षा के जल पुनर्भरण की वृद्धि की दिशा में महत्वपूर्ण एवं कल्याणकारी कार्य को मार्गदर्शित किया है। जो स्वागत योग्य एवं करणीय कार्यक्रम हं।

रिपोर्टर : सुरेश कुमार पटेरिया 

 

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