अन्तर्राष्ट्रीय विधवा दिवस पखवाडे के तहत् राजस्थान की गरीब एकल महिलाओ का मांग पत्र

कोटा : एकल नारी शक्ति संगठन, अध्यक्ष नीमा आर्य राजस्थान की मजबूत गरीब, विधवा व एकल महिलाजों का विशाल राज्य स्तरीय संगठन है। यह संगठन राजस्थान में सन् 1999 (विगत 25 वर्षों) से गरीब एकल (ग्रामीण और शहरी क्षेत्र की) बहनों को संगठित कर उनमें शक्ति का संचार करने और उन्हें सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृक्तिक और राजनैतिक रूप से सशक्त करने के उद्देश्य से कार्य कर रहा है। संगठन वर्तमान में राजस्थान के 29 जिलों के 92 ब्लॉकों में कार्यरत है। राजस्थान में वर्तमान में संगठन से 99,751 शुल्कमय सदस्य एकल महिलाएं जुड़ी हुई है।
जनगणना 2011 के अनुसार राजस्थान में कुल 21,88,173 विधवा, परित्यकता, तलाकशुदा व उम्र दराज अविवाहित एकल महिलाएं है। इनमें से करीब 50 प्रतिशत महिलाएं गरीब हैं। एकल महिला हितैषी योजनाएं लागू कराने एवं जो योजनाएं लागू है उनमें आवश्यक संशोधन करने के लिए हमारा संगठन सतत रूप से समय-समय पर राज्य सरकार व केन्द्र सरकार के सामने अपनी मागे व समस्याएं रखता रहा है।
एकल नारी शक्ति संगठन द्वारा 23 जून को अन्तराष्टोग विधवा दिवस प्रति वर्ष मनाया जाता है। प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी सभी एकल महिलाओं द्वारा यह एकल महिला शक्तिकरण दिवस दिनांक 15 से 23 जून 2025 तक संगठन के द्वारा पखवाड़े के रुप में मनाया जा रहा है। जिसमे एकल महिलाओं द्वारा पंचायत व ब्लाक स्तर पर संगोष्ठी, बैठके व रैली आयोजन किये गये। जिसमें मुख्य रुप से गरीब एकल महिलाओं की मुख्य समस्या निकल कर आई है।
संगठन को हमेशा समय-समय पर आपका सहयोग मिलता रहा है. हम उसके लिए आपके आभारी है अतः हमारा आपसे निवेदन है कि हम गरीब एकल महिलाओं के बेहतर जीवन के लिए हमारी मांगो को पूरा किया जायें।सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार सभी गरीब एकल महिलाओं को अन्तोदय योजनाओं से जोडा जाये। जिससे उन्हें भरपेट भोजन मिल सके, क्योंकि ऐसे प्रतिमाह एक व्यक्ति 5 किलो अनाज मिल रहा है।
- सभी गरीब एकल महिलाओं (शहरी व ग्रामीण) को प्राथमिकता से मुख्यमंत्री आवास योजना व प्रधानमंत्री आवास योजना में मकान दिये जायें। अभी भी बहुत सारी गरीब एकल महिलाये इस योजना से वंचित है।
3. मुख्यमंत्री एकल महिला सम्मान पेशन योजना 3000 रु की जाये, और प्रति वर्ष मंहगाई के आधार पर यह राशि बढ़ायी जाये।
4. एकल महिला सम्मान पेंशन योजना व पालनहार नियमित नहीं आ रही, एकल महिलाएं इस राशि पर बहुत निर्भर है. इसलिए कृपया प्रतिमाह यह राशि दी जाये।
5. जिन भी एकल महिलाओं के नाम गैस कनेक्शन है उन्हें प्रतिमाह गैस सलेण्डर में 50 सब्सिडी दी जाये।
6. पंचायत स्तर पर एकल महिलाओं का पूरा रजिस्टर्ड रिकार्ड किया जाये, क्योंकि एकल महिलाओं का किसी भी स्तर पर कोई रिकार्ड नहीं है, जिससे राजस्थान में एकल महिलाओं की वास्तविक संख्या का आंकडा निकल कर नहीं आ पा रहा।
7. गांव स्तर पर ऐसी बिला नाम की जमीने जिन पर महिला किसान कई बरसों से खेती कर रही है और उनके पास उस जमीन पर खेती करने का किसी प्रकार का कोई सरकारी प्रमाण है, तो उन्हें भी किसान केडिट कार्ड दिया जाना चाहिए।
8. महिलाओं को नरेगा के कार्य में बहुत्त समस्या आ रही है, काम मांगने जाते है तो पंचायत वाले बोलते है कि काम नहीं है व 6 नम्बर की रशीद नहीं देते, इसके लिए सुनिश्चित किया जाये कि सभी महिलाओं को 100 दिन का कार्य दिया जाये व जो भी महिलाएं अपना 100 दिन का कार्य पूर्ण करते हैं तो उन्हें 50 दिन का कार्य और दिया जाये।
रिपोर्टर : सुरेश कुमार पटेरिया
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