ललितपुर: समय पर मिली 102 सेवा, एंबुलेंस में गूंजी किलकारी — ईएमटी और चालक ने दिखाई अद्भुत कार्यकुशलता

ललितपुर :  ज़िले में 102 एंबुलेंस सेवा ने एक बार फिर साबित किया है कि आपात स्थिति में यह सेवा जन-जन की जीवन रेखा बन चुकी है। शनिवार सुबह लगभग 7:15 बजे मसौरा कला निवासी शिवानी पत्नी रोहित को अचानक तेज़ लेबर पेन शुरू हुआ। परिजन घबराए हुए थे, लेकिन तुरंत 102 हेल्पलाइन पर कॉल किया गया।

कॉल के महज 10 मिनट के भीतर ही एंबुलेंस संख्या UP 32 FG 1762 उनके घर पहुंच गई। एंबुलेंस टीम ने बिना देरी किए शिवानी को स्ट्रेचर पर शिफ्ट किया और जिला अस्पताल ललितपुर के लिए रवाना हो गई।

रास्ते में बिगड़ी स्थिति, एंबुलेंस बनी प्रसूति कक्ष

जैसे-जैसे एंबुलेंस आगे बढ़ती गई, शिवानी की प्रसव पीड़ा और तेज होती गई। हालत देखकर यह स्पष्ट हो गया कि अस्पताल पहुंचने से पहले ही प्रसव कराना पड़ेगा। ऐसे चुनौतीपूर्ण हालात में एंबुलेंस में तैनात -ईएमटी शिवानी पटेल- ने पूरी जिम्मेदारी और धैर्य के साथ स्थिति को संभाला।

तेज़ी से बदलते हालात के बीच एंबुलेंस को अस्थायी प्रसूति कक्ष में बदल दिया गया। ईएमटी शिवानी पटेल ने सभी मेडिकल प्रोटोकॉल का पालन करते हुए सुरक्षित डिलीवरी कराई। कुछ ही देर में एंबुलेंस के भीतर एक स्वस्थ पुत्र की किलकारी गूंज उठी। मां और बच्चा दोनों बिल्कुल सुरक्षित रहे।

चालक नेकसिंह ने निभाई अहम भूमिका

इस पूरे समय एंबुलेंस चालक नेकसिंह ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने सड़क की स्थिति को देखते हुए वाहन को नियंत्रित गति से चलाया, ताकि मेडिकल प्रोसिजर सुचारू रूप से हो सके। उनके बेहतर समन्वय ने सुरक्षित डिलीवरी में अहम योगदान दिया।

अस्पताल में भर्ती, दोनों की हालत सामान्य

प्रसव के तुरंत बाद मां और नवजात को जिला अस्पताल ललितपुर पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने दोनों की जांच कर स्वस्थ होने की पुष्टि की। परिजनों ने 102 सेवा टीम का धन्यवाद किया और कहा कि समय पर मिली सहायता ने उनकी बड़ी चिंता को दूर कर दिया।

टीम की हो रही प्रशंसा

जिलेभर में इस घटना के बाद 102 एंबुलेंस सेवा की त्वरित प्रतिक्रिया और टीम की कार्यकुशलता की व्यापक सराहना की जा रही है। ईएमटी शिवानी पटेल और चालक नेकसिंह को विशेष रूप से धन्यवाद दिया जा रहा है, जिन्होंने मानवता की मिसाल पेश करते हुए एक परिवार को सुरक्षित खुशी दी।
इस तरह एक बार फिर साबित हुआ कि 102 एंबुलेंस सेवा सिर्फ वाहन नहीं, बल्कि ज़रूरत के समय जीवनरक्षक साबित होती है।

रिपोर्टर : जितेन्द्र सिंह पवाँर

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