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रैयतों ने प्रस्तावित स्टील प्लांट के नीतियों के खिलाफ किया जोरदार आंदोलन की शुरुआत

लातेहार : चंदवा प्रखंड के जमीरा पंचायत अंतर्गत ग्राम अर्धे, अनगड़ा,तुपी चतरो, महुआमिलान के रैयतों से जमीन अधिग्रहण कर कंपनी के द्वारा पावर प्लांट लगाने को लेकर लगभग 4 सौ से 5 सौ एकड़ में जमीन अधिग्रहण किया। जो ₹5 लाख रुपये प्रति एकड़ अधिग्रहण का मुआवजा रियासतों को दिया गया। साथ ही 22 बिंदुओं पर रैयतो से एकरारनामा किया गया। जिसमें रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य एवं अन्य कई सुविधाओं का समझौता हुआ था। परंतु एस्सार कंपनी को 2012 में कोल ब्लॉक आवंटन रद्द हो गया। आवंटन रद्द हो जाने के बाद कंपनी कुछ दिनों के बाद पूरी तरह बंद हो गई। परंतु कुछ रैयतो या प्रभावितों को कम मिलता रहा है।उन्हें कंपनी के द्वारा जो भी वेतन मिलती थी। उन्हें दिया जा रहा था वर्ष 2018 में कंपनी दिवालिया भूषण प्रक्रिया में नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल दिल्ली  प्रिंसिपल बेंच के आदेश अनुसार शुरू कर दिया गया। जिसके आरपी फ़ाख़िरी सीताबरम को नियुक्त किया गया। पुनः कंपनी 3 जनवरी 2020 को एनसीएलटी दिल्ली प्रिंसिपल बेंच के आदेश अनुसार फिर से फाख़िरी को नियुक्त किया।  उसके बाद उन्होंने स्क्रैप एवं अन्य संपत्तियों को बेचने के बाद हम रैयतों को उसकी जमीन वापस कर देने की बात कही। उसके बाद कार्य को शुरू करेंगे तो कुछ रैयतों को जीकोपार्जन करने के लिए रोजगार स्वरूप नौकरी दिए जाएंगे। इधर 2020 से 2025 तक परी समापन भीम चलती रही अतः नीलामी में लिक्विडेटर के द्वारा 29 जनवरी 2025 को आयोजित नीलामी की प्रक्रिया में से पावर झारखंड लिमिटेड ने 73 सौ करोड रुपए में उड़ीसा एलॉय प्राइवेट लिमिटेड  हैंड ओवर कर दिया है। इधर जब यह कंपनी एस्सार पावर झारखंड लिमिटेड को लिया है। उसके दो महीने के बाद बिना कारण नोटिस दिए ही पूर्व से कार्य कर रहे। सभी रैयतों को हटा दिया और अपने मनमानी पर उतर आए हैं। रैयतों ने कहा कि कंपनी का यह भी रूल है कि 5 वर्ष तक अगर कोई कंपनी प्लांट नहीं लगती है तो स्वतः रैयतो की भूमि हो जाती है। और जब कंपनी हम लोगों को नहीं जानती है तो हम लोग भी अपने जमीन पर किसी भी कंपनी को प्लांट नहीं लगने देंगे और कानूनी प्रक्रिया से हम सभी रैयत कोर्ट जाएंगे और इस कंपनी के मनमानी को नहीं चलने देंगे रैयतों ने कहा की कंपनी हम लोगों से बात भी नहीं करना चाहती है और यह कहती है कि हमने सर पावर झारखंड लिमिटेड से जमीन खरीदा है।हम रैयतो को नहीं जानते हैं। रैयत से हम कोई बातचीत नहीं करेंगे। वही रैयतों ने कहां है कि संवैधानिक तरीके से ब्लॉक से लेकर राज्य तक लोअर कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक हम सभी रैयतो को कंपनी  अनदेखी का कड़ा जवाब देंगे। मैनेजर उरांव, चंद्रदीप कुमार ,प्रमोद  गंझु, कामेश्वर गंझु, अरुण ठाकुर, संजीव कुमार ,मंजीत गंझु ,प्रभु तुरी ,बैजू मुंडा , मनोज तुरी लखन लोहार, मणिलाल यादव ,प्रकाश प्रजापति ,शिव शंकर प्रजापति, बालक यादव ,दिनेश उरांव, धीरज प्रजापति समेत सैकड़ो की संख्या में महिला पुरुष मौजूद थे।

रिपोर्टर : बब्लू खान 

 

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