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बेतर में पुलिस ओपी खुलते ही तीन पंचायत को मिलाकर अलग प्रखंड बनाने व चंदवा को अनुमंडल का दर्जा देने की माकपा ने उठाई मांग

लातेहार : बेतर में पुलिस ओपी खुलते ही तीन पंचायत को मिलाकर अलग प्रखंड बनाने व चंदवा को अनुमंडल का दर्जा देने मांग जोर पकड़ लिया है बेतर बरवाटोली की दुरी प्रखंड मुख्यालय से करीब बीस किलोमीटर है, चंदवा में कई अनुमंडलीय कार्यालय और आवागमन की बेहतर सुविधा, इक्कीस पंचायत समिति सदस्य, चंदवा। प्रखंड के बरवाटोली पंचायत के बेतर में पुलिस ओपी खुलते ही तीन पंचायत बरवाटोली , डुमारो, लाधुप को मिलाकर अलग प्रखंड बनाने और चंदवा को अनुमंडल का दर्जा जल्द देने की माकपा ने मांग उठाई है, माकपा के वरिष्ठ नेता सह पंचायत समिति सदस्य अयुब खान ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि आंखिरकार राज्य सरकार व जिला प्रशासन ने यह मान लिया कि चंदवा प्रखंड मुख्यालय से ग्राम बेतर (बरवाटोली) की दुरी बहुत ही अधिक है, इसी लिए अपनी सुविधा के लिए प्रशासनिक महकमा ने सुदूरवर्ती छेत्र में पुलिस ओपी खोला है, उन्होंने कहा कि रांची और कुड़ू सीमा क्षेत्र से सटे चंदवा प्रखंड की पंचायत बरवाटोली के ग्राम बेतर है, वहां की जनता अब भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं, पुलिस ओपी खुलने से प्रशासनिक सेवा तो वहां के ग्रामीणों को मिल जाएगी लेकिन अलग प्रखंड बनाए बिना उस छेत्र का विकास नहीं हो पाएगा। आगे बताया कि तीन पंचायतों बरवाटोली, डुमारो, लाधुप की जनसंख्या और भौगोलिक स्थिति को देखते हुए ये क्षेत्र प्रखंड का दर्जा पाने की सभी आवश्यक शर्तों को पूरा करता है, उन्होंने उपायुक्त महोदय से आग्रह किया कि प्रशासन इस दिशा में ठोस पहल करे ताकि क्षेत्र के लोगों को न्याय मिल सके और विकास की गति तेज हो, नये प्रखंड का मुख्यालय क्षेत्र के मध्यवर्ती भाग में स्थित किसी उपयुक्त स्थान पर स्थापित किया जाय जिससे सभी पंचायतों को समान दूरी और सुविधा मिल सके, प्रखंड मुख्यालय से बेतर बरवाटोली का इलाका की दुरी करीब बीस किलोमीटर होने के कारण वहां की आमजन को प्रखंड कार्यालय और पुलिस स्टेशन आने जाने में काफी परेशानी होती थी, बेतर में पुलिस ओपी खुलने से छेत्र की जनता में आशा की किरण जगी है, उनका मानना है कि अगर बरवाटोली, डुमारो और लाधुप पंचायत को मिलाकर अलग प्रखंड का दर्जा मिल जाता है उस छेत्र की विकास को नयी दिशा मिलेगी और ईलाके को पिछड़ेपन से उबरने में सहायता मिलेगी। उन्होंने आगे कहा कि चंदवा प्रखंड को जिले की हृदय स्थली कहा जाता रहा है, यह प्रखंड अनुमंडल बनने की सभी शर्तों को पूरा करता है, वर्तमान में इक्कीस पंचायत होने की अहर्ता रखता है यह प्रखंड, इस समय 21 पंचायत समिति सदस्य हैं, अनुमंडल के लिए विभागीय स्तर पर राज्य सरकार को प्रस्ताव भी गया है इसके बाद भी अबतक अनुमंडल का दर्जा नहीं मिल पाया, प्रखंड में बेहतर आवागमन समेत अन्य सुविधाएं चंदवा में उपलब्ध है, यहां कई अनुमंडलीय कार्यालय मौजूद है जिसमें लघु सिचाई विभाग, पेयजल एवं स्वच्छता अवर प्रमंडल विभाग आदि अनुमंडलीय कार्यालय यहां मौजूद हैं, सड़क एवं रेलमार्ग के आवागमन की इतनी बेहतर सुविधा पूरे जिले के किसी भी प्रखंड में नहीं है। चंदवा प्रखंड को अनुमंडल नहीं बनाने की कसक यहां के लोगों को दिलो में आज भी है, यह मांग पिछले कई दशकों से की जा रही है. रविवार को बेतर में पुलिस का ओपी का उद्घाटन होने से लोगों का दर्द छलका और यह मांग जोर पकड़ लिया। अयुब खान ने बरवाटोली, डुमारो और लाधुप पंचायत को मिलाकर पंचायत की संख्या बढ़ाकर अलग प्रखंड बनाने, अनुमंडल बनने की शर्त को पुरा करने वाले चंदवा प्रखंड को तत्काल अनुमंडल का दर्जा देने की मांग राज्य सरकार और जिला प्रशासन से किया है।

रिपोर्टर : बबलु खान

 

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