लातेहार नगर पंचायत की लापरवाही पर ग्रामीणों ने जताया विरोध, कीचड़भरी सड़क पर केक काटकर मनाया 'विकास का जन्मदिन'

लातेहार – जिले के लातेहार नगर पंचायत अंतर्गत करकट वार्ड संख्या 1 में ग्रामीणों का गुस्सा रविवार को फूट पड़ा। पिछले एक साल से श्रम विभाग जाने वाली मुख्य सड़क कीचड़ और दलदल से भरी हुई है। इसी के विरोध में ग्रामीणों ने अनोखा तरीका अपनाया – सड़क पर ही केक काटकर नगर पंचायत की नाकामी का प्रतीकात्मक 'जन्मदिन' मनाया।ग्रामीणों का कहना है कि पिछले वर्ष भी उन्होंने सड़क की मरम्मत और पक्कीकरण की मांग की थी, लेकिन एक साल बीतने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुई। सड़क की हालत और भी बदतर हो चुकी है। बरसात के दिनों में कीचड़ और गड्ढों से भरी यह सड़क अब जानलेवा बन चुकी है। बच्चे, बुजुर्ग, महिलाएं और बाइक सवार सभी को इस रास्ते पर चलने में परेशानी हो रही है।स्थानीय लोगों ने बताया कि कुछ हफ्ते पहले नगर पंचायत द्वारा इस सड़क पर मिट्टी डालकर काम चलाने की कोशिश की गई थी, लेकिन वह 'मरहम' भी अब 'जख्म' बन चुका है। मिट्टी बारिश में बह गई और कीचड़ बन गई। परिणामस्वरूप पूरा रास्ता दलदल में तब्दील हो गया है।आंगनवाड़ी केंद्र जाने वाले छोटे-छोटे बच्चे अक्सर गिर जाते हैं। उनके कपड़े खराब हो जाते हैं और कई बार चोट भी लग जाती है। स्थानीय निवासी संदीप का कहना है, "हमारे बच्चे जब स्कूल या आंगनवाड़ी जाते हैं, तो हर रोज गिरते हैं। उनके कपड़े गंदे हो जाते हैं, कभी-कभी चोट भी लगती है। कई बार बाइक सवार लोग भी गिर चुके हैं।"स्थानीय युवक शम्स राजा,ने बताया, "हम लोगों ने कई बार नगर पंचायत कार्यालय में जाकर आवेदन देना पड़ा, लेकिन सिर्फ आश्वासन ही मिलता रहा। न तो सड़क की पक्कीकरण हुई, न ही जल निकासी की कोई व्यवस्था। बरसात में यह सड़क नर्क बन जाती है।" पहले तो पानी का सामना करना पड़ता था अब कीचड़ का सामना करना पड़ रहा हैरविवार को जब ग्रामीणों ने सड़क पर ही केक काटा, तो यह नजारा देख हर कोई चौंक गया। यह विरोध प्रदर्शन सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गया। लोगों ने इस आयोजन को 'विकास के खोखले वादों का जश्न' बताया। ग्रामीणों का कहना है कि यह कोई त्योहार नहीं था,बल्कि सरकार और नगर पंचायत की उदासीनता पर करारा तंज था। ग्रामीणों ने एक सुर मे कहा'हमें पक्की सड़क चाहिए', कीचड़ नहीं,अधिकार चाहिए',हमें,हमारी सड़क चाही' जैसे नारे लगा रहे थे। स्थानीय युवाओं ने भी इस विरोध में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि पिछले साल अधिकारियों ने निरीक्षण किया था और जल्द मरम्मत का आश्वासन दिया था। लेकिन अब तक न तो कोई टेंडर निकला, न काम शुरू हुआ।विद्यालय जा रहे छात्र-छात्राओं को हर दिन कीचड़ से भरी इस सड़क से गुजरना पड़ता है। छात्र ताबिश  अंसारी ने कहा, "रोज स्कूल जाते समय ड्रेस गंदी हो जाती है। कभी गिर जाते हैं, कभी जूते फंस जाते हैं। हम लोगों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है।" वहीं,कई बाइक सवारों के गिरने की भी घटनाएं हो चुकी हैं। कई बार लोग चोटिल भी हुए हैं। मोहम्मद शमीर नामक युवक ने बताया, "मैं पिछले हफ्ते बाइक से गिरकर घायल हो गया था। अस्पताल जाना पड़ा। यह सड़क अब दुर्घटना का केंद्र बन चुकी है।"ग्रामीणों की मानें तो जब उन्होंने शिकायत की, तो जवाब मिला कि 'बरसात खत्म होने के बाद काम होगा'। लेकिन यह जवाब पिछले साल भी मिला था। लोगों ने कहा कि जब तक इस सड़क की मरम्मत नहीं की जाती, वे चरणबद्ध आंदोलन करेंगे। स्थानीय जनप्रतिनिधियों और नगर पंचायत के खिलाफ भी लोगों में गुस्सा है। उनका कहना है कि चुनाव के समय नेताओं को गांव की याद आती है, लेकिन फिर वादे और आश्वासन हवा हो जाते हैं।ग्रामीणों की यह नाराजगी सिर्फ एक सड़क की खराब स्थिति को लेकर नहीं है, बल्कि यह पूरे सिस्टम की लापरवाही पर गहरा आक्रोश है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या यह अनोखा विरोध नगर पंचायत को नींद से जगाएगा या फिर ग्रामीणों को और लंबे संघर्ष के लिए तैयार रहना होगा।ग्रामीणों की मुख्य मांगें. सड़क का तत्काल पक्कीकरण जल निकासी की समुचित व्यवस्थाबच्चों की सुरक्षा के लिए रास्ते पर फिसलन रोकने की व्यवस्था जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवा. स्थायी समाधान के लिए वार्ड प्रतिनिधियों की जवाबदेही सुनिश्चित कर करकट वार्ड नंबर 1 के लोगों ने विकास के खोखले दावों की सच्चाई दुनिया के सामने लाने का अनोखा तरीका अपनाया है। यह सिर्फ एक विरोध नहीं, बल्कि उस टूटे हुए भरोसे की तस्वीर है जो शासन-प्रशासन के प्रति जनता के मन में बन गई है।अगर अब भी सुनवाई नहीं हुई, तो आने वाले दिनों में यह आंदोलन और उग्र हो सकता है। जनता अब केवल वादा नहीं, परिणाम चाहती है। मौके पर  उपस्थित थे  समीर आलम तबिश अंसारी रहीस अंसारी जमशेद अंसारी शहनवाज़ ख़ान  शम्स राजा बिकास कुमार आरिफ अंसारी सनाउल अंसारी नसरुद्दीन अंसारी संदीप कुमार तस्लीम अंसार. जावेद ख़ान। वाजिद ख़ान इरफ़ान अंसारी समीर अंसारी क्या कहते हैं नगर प्रशासक राजीव रंजन जानकारी हमें मिली है पानी कम होने दीजिए जल्दी उसकी मरम्मत का कार्य चालू होगा.

रिपोर्टर - बब्लू खान

 

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