भगवती मंदिर में दोबारा चोरों का धावा: दानपेटी का ताला काटकर उड़ाए हजारों

लातेहार : चंदवा प्रखंड अंतर्गत चर्चित नगर भगवती मंदिर एक बार फिर चोरी की घटना का शिकार बन गया है। बीती रात अज्ञात चोरों ने मंदिर परिसर में रखी दानपेटी का ताला काटकर उसमें जमा श्रद्धालुओं की भेंट राशि पर हाथ साफ कर दिया। यह घटना उस समय की यादें ताजा कर गई जब दो साल पूर्व भी इसी मंदिर में इसी तरह कुंडी काटकर चोरी की गई थी। उस समय सीसीटीवी कैमरे में चोरों की तस्वीरें कैद भी हुई थीं, लेकिन चोर आज तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं।

ताजा घटना में भी पुलिस को वही चुनौती एक बार फिर से सामने दिखाई दे रही है। मंदिर समिति के सदस्यों के अनुसार, बीती रात जब मंदिर बंद कर पुजारी व कर्मचारी अपने-अपने निवास चले गए, उसी दौरान अज्ञात चोरों ने मंदिर परिसर में घुसकर मुख्य दानपेटी को निशाना बनाया। चोरों ने बड़ी ही सफाई से ताला काटा और उसमें रखे गए हजारों रुपये लेकर फरार हो गए।सुबह जब मंदिर खोला गया तो दानपेटी खुली मिली और ताले के टुकड़े जमीन पर बिखरे हुए थे। यह नजारा देख मंदिर के पुजारी और अन्य लोगों ने तत्काल इसकी सूचना चंदवा थाना को दी। सूचना मिलते ही चंदवा थाना प्रभारी रणधीर सिंह दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का मुआयना किया।थाना प्रभारी ने मीडिया को बताया कि मामले की गहराई से जांच की जा रही है। आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं, ताकि चोरों की पहचान की जा सके। उन्होंने कहा कि इससे पहले दो साल पूर्व जो चोरी हुई थी, उसमें भी प्रयास किया गया था लेकिन पर्याप्त साक्ष्य नहीं होने के कारण चोर पकड़े नहीं जा सके। अब इस बार सुरक्षा और जांच के लिहाज से पूरी सतर्कता बरती जा रही है।मंदिर समिति के अध्यक्ष ने बताया कि नगर भगवती मंदिर चंदवा प्रखंड का एक ऐतिहासिक और श्रद्धा का केंद्र है। यहां दूर-दूर से श्रद्धालु दर्शन और पूजा के लिए आते हैं और अपनी आस्था स्वरूप दानपेटी में चढ़ावा अर्पित करते हैं। समिति ने प्रशासन से मांग की है कि मंदिर परिसर की सुरक्षा पुख्ता की जाए, नियमित गश्ती की व्यवस्था हो और दानपेटी को अधिक सुरक्षित बनाया जाए।
इस घटना से क्षेत्र में आक्रोश की लहर फैल गई है। स्थानीय लोगों ने भी प्रशासन पर सवाल खड़े किए हैं कि जब दो साल पहले ऐसी ही घटना हो चुकी है और चोर सीसीटीवी में भी कैद हुए थे, तब भी कोई गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई। उन्होंने मांग की है कि इस बार दोषियों को जल्द से जल्द पकड़ा जाए और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो इसके लिए मंदिरों की सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ किया जाए।मंदिर परिसर के पास दुकानदारों और स्थानीय लोगों का कहना है कि रात के समय क्षेत्र में गश्ती नहीं होती है। यदि पुलिस की सक्रियता बनी रहती तो शायद यह घटना टाली जा सकती थी। उन्होंने कहा कि नगर भगवती मंदिर एक आस्था का प्रतीक है और इस प्रकार बार-बार चोरी की घटनाएं लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचा रही हैं।मामले की जांच अब पूरी गंभीरता से की जा रही है। पुलिस ने आसपास के लोगों से भी पूछताछ शुरू कर दी है और मंदिर के आसपास लगे अन्य दुकानों व मकानों के भी सीसीटीवी कैमरे खंगाले जा रहे हैं। थाना प्रभारी रणधीर सिंह ने भरोसा दिलाया है कि जल्द ही चोरों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।
बहरहाल, नगर भगवती मंदिर में हुई इस चोरी की घटना ने एक बार फिर मंदिरों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। लगातार बढ़ती चोरी की घटनाएं न केवल आमजन की सुरक्षा भावना को कमजोर कर रही हैं, बल्कि अपराधियों के हौसले भी बुलंद होते जा रहे हैं।
अब देखना यह होगा कि पुलिस इस बार क्या सच में चोरों तक पहुंच पाती है या फिर यह घटना भी पुराने मामलों की तरह फाइलों में ही दबकर रह जाएगी। श्रद्धालु और आम जनता पुलिस से सख्त कार्रवाई की उम्मीद कर रहे हैं।

रिपोर्टर : बब्लू खान 

 

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