दिशोम गुरु शिबू सोरेन के संस्कार भोज में बड़ी संख्या में लातेहार के झामुमो नेताओं व कार्यकर्ताओं ने दी श्रद्धांजलि

लातेहार : झारखंड आंदोलन के प्रणेता और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के संरक्षक रहे दिशोम गुरु शिबू सोरेन जी के संस्कार भोज का आयोजन भावपूर्ण माहौल में किया गया। इस मौके पर झामुमो के वरिष्ठ नेताओं, पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने बड़ी संख्या में शामिल होकर गुरुजी की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। सभी ने उनके योगदान को याद करते हुए उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित की।संस्कार भोज कार्यक्रम में पूर्व मंत्री एवं झामुमो केंद्रीय उपाध्यक्ष बैजनाथ राम, लाल मोती नाथ शाहदेव, विशिष्ट उपाध्यक्ष अरुण दुबे, मनोज चौधरी, रंजीत उरांव, सितमोहन मुंडा, अंकित तिवारी, सरफराज आलम, नौशाद अंसारी, राशिद खान, सुधीर गंझु, बिनेश्वर उरांव, रितिक चौधरी, सुशील कुमार, धनराज और रतनु गंझु सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।नेताओं ने कहा कि दिशोम गुरु शिबू सोरेन का संपूर्ण जीवन झारखंड की अस्मिता और अधिकार की लड़ाई को समर्पित रहा। उन्होंने आदिवासी, मूलवासी, किसानों, मजदूरों और वंचितों की आवाज़ को राष्ट्रीय स्तर पर बुलंद किया। यही कारण है कि आज भी वे झारखंड की आत्मा और संघर्ष की पहचान बने हुए हैं। उनके विचार और जीवन दर्शन आने वाली पीढ़ियों को सदैव प्रेरणा देते रहेंगे। श्रद्धांजलि सभा में वक्ताओं ने गुरुजी को झारखंडी समाज का सबसे बड़ा नेता बताते हुए कहा कि उनके दिखाए मार्ग पर चलना ही सच्ची श्रद्धांजलि होगी। उन्होंने झामुमो कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे संगठन को और अधिक मजबूत करें और गुरुजी के अधूरे सपनों को साकार करने में जुट जाएं।संस्कार भोज के अवसर पर मौजूद सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने गुरुजी की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर मौन धारण किया। साथ ही, सामूहिक रूप से उनके लिए प्रार्थना भी की गई। कार्यक्रम के अंत में सभी उपस्थित लोगों ने गुरुजी के संघर्षों को याद करते हुए उनके बताये रास्ते पर चलने का संकल्प लिया। कार्यक्रम में स्थानीय ग्रामीणों और आम जनता की भी बड़ी संख्या में मौजूदगी रही, जिससे यह आयोजन जन-श्रद्धांजलि का रूप ले सका। वातावरण भावुक और श्रद्धामय बना रहा।
रिपोर्टर : बब्लू खान
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