दुधिमाटी गांव में विधायक प्रकाश राम का जनसंवाद, ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं, सरकार पर लगाए गंभीर आरोप

लातेहार :  चंदवा प्रखंड के पूर्वी लाधूप पंचायत अंतर्गत दुधिमाटी गांव शनिवार को जनसंवाद और राजनीतिक हलचल का केंद्र बना रहा, जब स्थानीय विधायक प्रकाश राम ने गांव का दौरा कर ग्रामीणों से सीधा संवाद किया। इस दौरान गांव में चौपालनुमा माहौल देखने को मिला, जहां बड़ी संख्या में ग्रामीण महिला-पुरुष एकत्रित हुए और अपनी वर्षों से लंबित समस्याओं को विधायक के समक्ष बेबाकी से रखा। ग्रामीणों ने विधायक को बताया कि गांव में सड़क की स्थिति अत्यंत जर्जर है, बरसात के दिनों में आवागमन पूरी तरह बाधित हो जाता है। बच्चों को स्कूल जाने में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। कई बार तो गर्भवती महिलाओं और बीमार लोगों को खाट पर उठाकर मुख्य सड़क तक ले जाना पड़ता है। पेयजल की समस्या भी गंभीर बनी हुई है। हैंडपंप खराब पड़े हैं और गर्मी के दिनों में पानी के लिए ग्रामीणों को दूर-दराज भटकना पड़ता है।

ग्रामीणों ने शिक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था पर भी नाराजगी जाहिर की। गांव के विद्यालयों में शिक्षकों की कमी, अनियमित उपस्थिति और बुनियादी सुविधाओं के अभाव का मुद्दा उठाया गया। वहीं स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर ग्रामीणों ने कहा कि नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में न तो डॉक्टर समय पर मिलते हैं और न ही दवाइयां उपलब्ध रहती हैं, जिससे मामूली बीमारी भी गंभीर रूप ले लेती है।
ग्रामीणों की बातों को गंभीरता से सुनते हुए विधायक प्रकाश राम ने कहा कि क्षेत्र के लोगों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराना उनकी पहली प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य और पेयजल जैसी समस्याएं किसी भी क्षेत्र के विकास की बुनियाद होती हैं और इन पर कोई समझौता नहीं किया जा सकता। “दुधिमाटी ही नहीं, पूरे क्षेत्र के गांव आज भी बुनियादी सुविधाओं के लिए संघर्ष कर रहे हैं।  विधायक प्रकाश राम सरकार विकास के बड़े-बड़े दावे करती है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां करती है। मैं जनता की इन समस्याओं को सिर्फ सुनने नहीं, बल्कि इनके समाधान के लिए संघर्ष करने आया हूं।” इस दौरान ग्रामीणों ने प्रखंड सह अंचल कार्यालय की कार्यप्रणाली पर भी गंभीर सवाल उठाए। ग्रामीणों का कहना था कि छोटे-छोटे कामों के लिए भी उन्हें कई बार कार्यालय का चक्कर लगाना पड़ता है। बिना रिश्वत दिए कोई भी काम नहीं होता। महीनों तक आवेदन लंबित रहते हैं, लेकिन सुनवाई नहीं होती।

इस पर विधायक प्रकाश राम ने कड़ी नाराजगी जताते हुए कहा कि अधिकारियों और कर्मचारियों की यह कार्यशैली बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की कि यदि कहीं भी भ्रष्टाचार या लापरवाही की शिकायत हो तो वे सीधे उन्हें अवगत कराएं।
विधायक ने स्पष्ट शब्दों में कहा,
“सरकारी कार्यालय जनता की सेवा के लिए हैं, न कि जनता को परेशान करने के लिए। यदि अधिकारी और कर्मचारी अपनी जिम्मेदारी नहीं निभा रहे हैं, तो उनके खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। ग्रामीणों को बेवजह कार्यालयों का चक्कर नहीं लगाना चाहिए।”
जनसभा को संबोधित करते हुए विधायक ने झारखंड सरकार पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में प्रदेश भर में भ्रष्टाचार चरम पर पहुंच चुका है। बिना रिश्वत दिए कोई काम नहीं होता और आम जनता त्रस्त है।
विधायक प्रकाश राम ने कहा,
“आज झारखंड में भय और भ्रष्टाचार का माहौल है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हुई है। विकास के नाम पर सिर्फ घोषणाएं की जा रही हैं, लेकिन धरातल पर कुछ नजर नहीं आता।”
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सरकार आदिवासी-मूलवासी हितों की बात तो करती है, लेकिन वास्तव में गांवों की हालत बद से बदतर होती जा रही है। रोजगार, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे बुनियादी मुद्दों पर सरकार पूरी तरह विफल रही है।
इस मौके पर सामाजिक कार्यकर्ता अमित कुमार ने भी ग्रामीणों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि दुधिमाटी जैसे गांवों की समस्याएं पूरे क्षेत्र की तस्वीर बयां करती हैं। उन्होंने कहा कि जनता की आवाज को मजबूती से उठाने वाले जनप्रतिनिधियों की आज सबसे अधिक जरूरत है। विधायक ने कहा, “मैं सिर्फ चुनाव के समय नहीं, बल्कि हर वक्त जनता के साथ खड़ा रहूंगा। यह मेरा क्षेत्र है, मेरे लोग हैं और इनके अधिकारों की लड़ाई मैं पूरी मजबूती से लड़ूंगा।” विधायक के इस दौरे से ग्रामीणों में एक नई उम्मीद जगी है। लोगों का कहना है कि यदि इसी तरह जनप्रतिनिधि गांवों तक पहुंचकर समस्याओं को सुनें और समाधान के लिए दबाव बनाएं, तो निश्चित रूप से क्षेत्र की तस्वीर बदलेगी। “ग्रामीण इलाकों में आज भी सड़क, पानी और स्वास्थ्य जैसी सुविधाएं सपना बनी हुई हैं। अमित कुमार जब तक जनप्रतिनिधि गांव-गांव जाकर लोगों की पीड़ा नहीं सुनेंगे, तब तक हालात नहीं बदलेंगे। विधायक प्रकाश राम का गांव आकर सीधे संवाद करना सराहनीय कदम है।” ग्रामीणों ने भी विधायक के समक्ष अपनी उम्मीदें जताते हुए कहा कि वे चाहते हैं कि उनकी समस्याएं सिर्फ कागजों तक सीमित न रहें, बल्कि धरातल पर समाधान हो। कई ग्रामीणों ने कहा कि वे वर्षों से नेताओं के आश्वासन सुनते आ रहे हैं, लेकिन इस बार उन्हें ठोस कार्रवाई की उम्मीद है। दौरे के अंत में विधायक प्रकाश राम ने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि वे उनकी आवाज को विधानसभा तक पहुंचाएंगे और क्षेत्र के विकास के लिए लगातार संघर्ष करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में वे संबंधित विभागों के अधिकारियों से बात कर समस्याओं के समाधान की दिशा में ठोस पहल करेंगे।

रिपोर्टर : बब्लू खान 

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