शार्लेट ब्रोंटे की कविता "लाइफ" का हिंदी अनुवाद "जिंदगी"

शार्लेट ब्रोंटे एक अंग्रेजी कवि और उपन्यासकार थीं। ब्रोंटे बहनों में सबसे बड़ी थीं। वह अपने 1847 में प्रकाशित उपन्यास जेन आइरे के लिए लोकप्रिय हैं। उपन्यास क्यूरर बेल के कलम नाम के तहत प्रकाशित हुआ था। जेन आइरे स्वतंत्रता के महत्व के विषय पर केंद्रित है। जेन आइरे ने अपने लंबे समय के प्रशंसक आर्थर बेल निकोल्स से शादी की। 38 मार्च, 31 को 1855 वर्ष की आयु में अपने अजन्मे बच्चे के साथ उनकी मृत्यु हो गई। आईये पढ़ते हैं शार्लेट ब्रोंटे द्वारा मूल रूप से अंग्रेजी में लिखी हुई कविता "लाइफ" का हिंदी अनुवाद "जिंदगी"-
ज़िंदगी, मानो — बस एक सपना नहीं,
जैसा कहते हैं ज्ञानी कभी-कभी ग़मगीन।
अक्सर सुबह की हल्की बारिश,
दोपहर में लाती है धूप की ताजगी।
कभी-कभी छा जाते हैं दुःख के बादल,
पर वे टिकते नहीं — होते हैं चलायमान।
यदि बूँदें खिला दें गुलाबों को,
तो फिर क्यों रोएं हम उनके गिरने पर?
जीवन में आते हैं कुछ तूफ़ान,
कुछ घड़ियाँ होती हैं शोक में डूबी।
पर मन अगर धैर्य रखे,
तो हर अंधेरी रात भी बीत ही जाती है।
उदासी का एक क्षण भी,
दे सकता है सीख — एक नई रोशनी।
तो मत सोचो जीवन को दुःखों की कहानी,
यह तो है एक कविता — उम्मीदों से भरी रवानी।
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