MOTHERS'S DAY SPECIAL: माँ- तेरी गोदी सबसे प्यारी, जैसे छाँव हो कोई न्यारी।

माँ एक ऐसा शब्द है जिसमें सारा संसार समाया है। वो पहला स्पर्श है, जो जीवन में सुरक्षा देता है।वो पहली आवाज़ है, जो हमें नाम से पुकारती है। वो पहली टीचर है, जो बिना किताबों के सिखा देती है। आईये पढ़ते हैं "माँ" पर लिखी हुई ये खूबसूरत कविता-  

माँ

तेरी गोदी सबसे प्यारी,

जैसे छाँव हो कोई न्यारी।

हर दुख-सुख में साथ निभाया,
तेरे आँचल ने मुझको बचाया।

नींद में भी जागी रहती,
हर आहट पर ध्यान देती।
मेरे सपनों की तू रानी,
हर पल लगे तू मेरी कहानी।

भूख लगे तो पहले तू खाए नहीं,
दुख हो तो मुझसे कुछ कहे नहीं।
तेरी ममता का कोई मोल नहीं,
इस दुनिया में तेरा तोड़ नहीं।

माँ, तू है तो सबकुछ है,
तेरे बिना जीवन सूना लगे।
धन्य हूँ मैं, जो तू मेरी माँ बनी,
तेरे चरणों में ही मेरी जमीं।

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