MONSOON SPECIAL:"भीगी शायरी, भीगे जज़्बात"-"बूँदों की जुबां, दिल की दास्तां"

"बरसात…एक एहसास, जो सिर्फ मौसम नहीं होता,बल्कि दिल की गहराइयों से जुड़ी यादों की बारिश होती है।हर बूँद कुछ कहती है, कुछ सुनाती है,कभी मोहब्बत की भीगी दास्तां,
तो कभी तन्हाई की ठंडी सिसकियाँ।इस भीगे मौसम में दिल से निकले जज़्बात
शायरी बनकर बरसने लगते हैं…"
बरसात की भीगी रातों में,
तेरा ख्याल भीग जाता है,
इन ठंडी-ठंडी फुहारों में,
दिल तेरा नाम लिख जाता है।
कुछ इस तरह से बरसात आई,
हर बूँद में तेरा एहसास लायी,
भीग के जब तुझे देखा हमने,
लगता है जैसे खुदा की दुआ लायी।
बारिश की बूँदों में तेरी तस्वीर बनती है,
हर एक बूँद में मुझे तेरी झलक दिखती है,
बरसात की इस ठंडी हवा में,
तेरी याद बहुत गहराई से चुभती है।
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