"ज़िन्दगी को जीने का असली अंदाज़ – प्रेरणादायक शायरियाँ"

"ज़िंदगी… एक किताब की तरह है,हर पन्ना कुछ सिखाता है,कभी हंसाता है, कभी रुलाता है,पर असली मज़ा तो तब है,जब हर लम्हे को खुलकर जिया जाए,क्योंकि ये सफर दोबारा नहीं आता है…"पेश है ज़िन्दगी को जीने के लिए कुछ प्रेरणादायक शायरी-
1.ज़िंदगी एक सफर है सुहाना,
कभी आँसू, कभी मुस्कान का बहाना।
हर मोड़ पर नया मंज़र मिलेगा,
चलते रहो, क्या पता कौन सा सपना सच हो जाएगा।
रास्ते बदलते रहेंगे, कारवाँ चलता रहेगा,
जो गिर कर संभल जाए वही असली मुसाफ़िर कहलाएगा।
ज़िंदगी रुकती नहीं, ठहरती नहीं,
ये तो बस चलने का नाम है — मुस्कुराओ, यही इसका इनाम है।
2.ज़िंदगी को मुस्कुरा कर जीना सीखो,
हर लम्हे को खुल कर पीना सीखो।
ग़म चाहे जितने भी हों राहों में,
खुशियों का कारवां बनाना सीखो।
मंज़िलें भी उन्हीं को मिलती हैं,
जिन्हें गिर कर संभलना आता है,
ज़िंदगी एक खेल है साहब,
इसे दिल से खेलना आता है।
3.ज़िंदगी हर पल ढलती है,
कभी धूप तो कभी छांव पलती है,
जी लो हर लम्हा मुस्कुरा कर,
क्योंकि ज़िंदगी लौट कर नहीं आती है।
4.जो चल पड़े हैं ख़ुद की राहों में,
वही असली जीने का फ़न जानते हैं।
तकलीफों से डर कर क्या जीना,
जो गिर कर उठे, वही उड़ान जानते हैं।
5.हर सुबह नई कहानी है,
हर साँस में ज़िंदगी की रवानी है।
शिकायतें छोड़ कर देखो यारो,
ज़िंदगी जीने में असली दिवानी है।
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