लघु कथा- पुराना मोबाइल, कीमती यादें

पिता का मोबाइल बहुत पुराना हो गया था। स्क्रीन में दरारें थीं, बैटरी जल्दी खत्म हो जाती थी, और नया अपडेट भी इंस्टॉल नहीं हो पा रहा था। बेटा बार-बार कहता,

“पापा, अब नया मोबाइल ले लीजिए। ये तो बहुत स्लो हो गया है।”

पिता हँसते हुए बोले,
“हाँ बेटा, ये स्लो है… लेकिन इसमें तुम्हारे बचपन के वीडियो हैं, पहली स्कूल की तस्वीरें हैं, और तुम्हारे छोटे-छोटे संदेश सुरक्षित हैं। हर तस्वीर और हर वीडियो मेरे लिए किसी खज़ाने से कम नहीं।”

बेटा थोड़ी देर चुप रहा। उसने देखा कि पिता हर तस्वीर पर मुस्कुराते हैं, हर वीडियो देखते हुए कुछ यादों में खो जाते हैं। फिर पिता ने मोबाइल अपनी जेब में रखते हुए कहा,
“कुछ चीज़ें नए होने से नहीं, साथ होने से खास बनती हैं। ये मोबाइल पुराना है, लेकिन इसमें हमारी जिंदगी की सबसे कीमती यादें हैं। यही कारण है कि मैं इसे कभी नहीं बदलूंगा।”

बेटा समझ गया कि कभी-कभी तकनीक की तेज़ी से ज्यादा कीमती होती हैं यादें और रिश्ते। उसने मोबाइल हाथ में लिया और धीरे से कहा,
“पापा, आप सही हैं… ये मोबाइल सिर्फ़ मोबाइल नहीं, हमारी यादों का घर है।”

सीख:यादें कीमती होती हैं: तकनीक और नई चीज़ें समय के साथ बदल सकती हैं, लेकिन बचपन की यादें, परिवार के पल और रिश्तों की अहमियत हमेशा रहती है।

 

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