महाकुम्भ पहुंचने के दौरान कई लोगों ने गंवाई अपनी जान

Adarsh Kanoujia

प्रयागराज में चल रहे महाकुम्भ को 36 दिन हो चुके है सीएम योगी ने कहा था कि कुंभ में 40 करोड़ लोग आएंगे, लेकिन अबतक 56 करोड़ लोग शाही स्नान कर चुके है। 13 जनवरी से प्रारंभ हुए महाकुंभ को खत्म होने में अब कुछ ही दिन बचे है. इस दौरान पांच शाही स्नान हो चुके है और अंतिम शाही स्नान 26 फरवरी यानी महाशिवरात्री के दिन होना है..ऐसे में यह आंकड़ा अभी और भी बढ़ेगा। बता दें कि इस अंतिम शाही स्नान के साथ महाकुंभ का भी समापन हो जाऐगा। 

देश भर से लोग महाकुंभ पहुंच रहे है इसके लिए सरकार ने कई स्पेशन ट्रेनें भी चलवाई है लेकिन श्रद्धालुओं की भीड़ इतनी उमड़ रही है कि ट्रेने फुल चल रही है ऐसे में लोग रोड मार्ग से प्रयागराज पहुंच रहे है। कुंभ के लिए अपने साधन से प्रयागराज जा रहे लोग दुर्घटनाओं का शिकार हो रहे है।

सिर्फ उत्तर प्रदेश में 10 से ज्यादा सड़क हादसे हुए जिसमें 40 से ज्यादा श्रद्धालुओं की मौत हो गई और 70 से अधिक घायल हो गए।  एक रिपोर्ट के अनुसार लखनऊ में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा 'सामान्य लोगों के लिए महाकुंभ की यात्रा मुश्किल रही है. प्रयागराज की सीमा पर पहुंचने के बाद बाद भी महाकुंभ तक पहुंचने में उन्हें 6-8 घंटे लग जा रहे हैं. 14 जनवरी को मेला के आधिकारिक शुरूआत के साथ ही कई वाहन जाम में फंसे रहे। उन्होंने कहा कि मेला क्षेत्र में ड्राइवर्स और श्रद्धालुओं को आराम का मौका नहीं मिलता जिसके परिणामस्वरूप सड़कों पर हादसे हो रहे हैं

अखिलेश ने व्यवस्थाओं पर उठाऐ सवाल-

 इस मुद्दे पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने  भारतीय जनता पार्टी  सरकार की नीति पर प्रहार करते हुए महाकुंभ में कुप्रबंधन का आरोप लगाया. वहां की यात्रा के दौरान जान गंवाने वाले श्रद्धालुओं के लिए मुआवजे की मांग की है. यादव ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “महाकुंभ के श्रद्धालुओं से भरी बसों व अन्य वाहनों के दुर्घटनाग्रस्त होने की खबरें प्रतिदिन बढ़ रही हैं. जो बेहद दुखद है.'

आईए बात करते है उन सड़क दुर्घटनाओं की जो बीते कुछ दिनों में हुई-

-बाराबंकी जिले में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर 16 फरवरी, रविवार की सुबह एक मिनीबस ने खड़ी बस को टक्कर मार दी, जिससे 4 श्रद्धालुओं की मौत हो गई और 20 घायल हो गए. सभी महाराष्ट्र के नांदेड़ से आए थे और कुंभ में स्नान के बाद अयोध्या जा रहे थे. मृतकों में से तीन की पहचान दीपक, सुनील और अनुसुइया के रूप में हुई है. 

-15 फरवरी को महाकुंभ से तीर्थयात्रियों को ला रही एक पर्यटक वैन शुक्रवार देर रात गुजरात के दाहोद जिले में राजमार्ग पर खड़े एक ट्रक से टकरा गई जिससे चार लोगों की मौत हो गई और छह अन्य घायल हो गए. पुलिस के अधिकारी ने बताया कि दुर्घटना इंदौर-अहमदाबाद राजमार्ग पर लिमखेड़ा के पास देर रात करीब सवा दो बजे हुई. अधिकारी ने कहा था कि मृतकों में एक महिला भी शामिल है. उन्होंने बताया था कि मारे गए लोग भरूच जिले के अंकलेश्वर और अहमदाबाद जिले के धोलका के निवासी थे.

-13 फरवरी को मध्य प्रदेश के मंदसौर से महाकुंभ में स्नान करने गए श्रद्धालुओं की बस राजस्थान के कोटा में हादसे का शिकार हो गई. इस हादसे में तीन श्रद्धालुओं की मौत हुई. मंदसौर के श्रद्धालु महाकुंभ में स्नान करने बस से गए थे. यह श्रद्धालु वापस अपने गांव लौट रहे थे, इसी दौरान उनकी बस की राजस्थान के कोटा जिले के सिमलिया गांव के पास नेशनल हाईवे दिल्ली-मुंबई पर ट्रक से टक्कर हो गई. इस हादसे में पति-पत्नी सहित तीन लोगों की मौत हुई है. वहीं दो लोग घायल हुए.

-11 फरवरी को जबलपुर में कुंभ यात्रियों का वाहन एक ट्रक से टकरा गया. इस हादसे में सात लोगों की मौत हुई. मिली जानकारी के अनुसार, नेशनल हाईवे 30 पर मंगलवार को प्रयागराज से लौट रहे श्रद्धालुओं का ट्रैवलर वाहन गलत साइड से चल रहे ट्रक से टकरा गया. इसके बाद दो अन्य कारें भी इस हादसे की चपेट में आईं. ट्रैवलर वाहन में सवार सात लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हुए. बताया गया है कि यह हादसा सिहोरा गांव के पास हुआ.

-फ़तेहपुर में 10 फरवरी को सोनभद्र और इटावा में विभिन्न राज्यों के नौ श्रद्धालुओं की मौत हो गई. वे कुंभ से घर लौट रहे थे. हादसे में एक दर्जन को यात्रियों को चोटें आईं.

-9 फरवरी को वाहन टक्कर में सोनभद्र में चार और हमीरपुर में तीन तीर्थयात्रियों की मौत हो गई और चार यात्री घायल हो गए.

-भदोही में 8 फरवरी को दो तीर्थयात्रियों की मौत हो गई और 10 घायल हो गए, हादसा उस वक्त हुआ जब एक जीप ने उन्हें टक्कर मार दी. हादसे के वक्त यात्री सड़क किनारे वाहन बनने का इंतजार कर रहे थे.

-अलीगढ़ के टप्पल में 7 फरवरी को यमुना एक्सप्रेसवे पर एक जीप और मिनीबस की टक्कर में दो श्रद्धालुओं की मौत हो गई और 10 घायल हो गए. दोनों वाहन कुंभ तीर्थयात्रियों को ले जा रहे थे. सात फरवरी को वाराणसी, फ़तेहपुर और झाँसी में वाहनों की टक्कर से पाँच तीर्थयात्रियों की मौत हो गई.

सड़क हादसों के अलावा रेलवे स्टेशनों पर भी यात्री अपने जान की परवाह किए बगैर खतरनाक तरीके से यात्रा कर रहे है जिससे दुर्घटना की स्थिति बनी रहती है। कई विडियों ऐसे वायरल हुए है जिसमें  सीट न मिलने पर यात्री ट्रेन की खिड़की और दरवाजे तोड़ते नजर आ रहे है। हालि में हुए नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ एक मुखय उदाहरण है इस हादसे के बाद देश के मुख्य रेलवे स्टेशनों की नए नियमों और व्यवस्थाओं से काम किया जा रहा है।

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