12साल बाद महाकुंभ ,जानिए कब है पहला शाही स्नान

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 29 जनवरी 2025 को सिद्धि योग में महाकुंभ की शुरुआत होगी। इससे पहले महाकुंभ का आयोजन 2013 में प्रयागराज में हुआ था। और फिर 2019 में प्रयाग में अर्धकुम्भ मेले का आयोजन हुआ था। जिसके बाद अब 12 साल बाद
प्रयागराज में दुनिया का सबसे बड़ा मेला महाकुंभ का आयोजन 13 जनवरी से लेकर 26 फरवरी 2025 तक किया जाएगा. जिसकी तैयारियां भी शुरू कर दी गई है.
क्या है महाकुंभ?
महाकुंभ एक पवित्र समागम जो हर बारह साल में आयोजित होता है, यहां लाखों लोगों की एक शानदार सभा से कहीं बढ़कर है। महाकुंभ यह एक आध्यात्मिक यात्रा है जो मानव अस्तित्व के सार को गहराई से समझती है।
महाकुंभ 12 साल में क्यों मनाते है ?
इसकी दो वजह है ज्योतिष ओर धार्मिक। ज्योतिष के अनुसार, महाकुंभ का आयोजन ग्रहों की स्थिति पर निर्भर करता है, विशेषकर बृहस्पति और सूर्य की राशियों पर.
बृहस्पति लगभग 12 वर्षों में अपनी 12 राशियों का पूरा चक्कर लगाते हैं. जब बृहस्पति कुम्भ राशि में और सूर्य मेष राशि में होते हैं, तब महाकुंभ का आयोजन किया जाता है. यही कारण है कि हर 12 साल में यह महापर्व मनाया जाता है.
वहीं इसकी धार्मिक वजह है - समुद्र मंथन के दौरान अमृत पाने के लिए देवताओं और असुरों के बीच बारह दिव्य दिनों तक युद्ध हुआ था, जो मनुष्यों के बारह वर्षों के बराबर माना जाता है, इसीलिए महाकुंभ मेला बारह साल में एक बार आयोजित होता है और इसे अत्यंत पवित्र माना जाता है.
ऐसी मान्यता है कि कुंभ मेले में पवित्र नदियों में स्नान करने से मोक्ष मिलती है। इन नदियों का जल इस दौरान अमृत के समान पवित्र हो जाता है। इस दौरान कुंभ मेले में स्नान करने से सभी देवताओं का आशीर्वाद मिलता है।
महाकुंभ का यह मेला चार प्रमुख स्थानों हरिद्वार, प्रयागराज, नासिक और उज्जैन में आयोजित किया जाता है. इनमें से नासिक और उज्जैन में हर साल कुंभ मेला लगता है, जबकि महाकुंभ बारह साल में एक बार इन चारों स्थानों पर बारी-बारी से होता है
महाकुंभ 2025 का पहला शाही स्नान 13 जनवरी को स्नान पौष पूर्णिमा पर होगा. जिसके बाद 14 जनवरी को मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर भी शाही स्नान होगा.
तीसरा शाही स्नान 29 जनवरी मौनी अमावस्या पर है. वहीं 3 फरवरी को चौथा शाही स्नान बसंत पंचमी पर होगा. जिसके बाद 12 फरवरी को पांचवा शाही स्नान माघ पूर्णिमा पर और छठा और आखिरी शाही स्नान 26 फरवरी को महाशिवरात्रि पर होगा.
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