मुख्य न्यायाधीश पर जूते फेंकने की घटना के विरोध में श्रीगोंदा में कड़ा विरोध; तहसील कार्यालय के सामने जनसभा का आयोजन

अहिल्यानगर :   भारत के मुख्य न्यायाधीश, माननीय ना. भूषण गवई साहब पर 6 अक्टूबर, 2025 को सर्वोच्च न्यायालय में कार्य करते समय एक वकील द्वारा 'सनातन धर्म' के नाम पर नारे लगाते हुए जूते फेंकने के प्रयास के विरोध में श्रीगोंदा में विरोध व्यक्त किया गया है।

यह घटना भारतीय लोकतंत्र, संविधान, न्यायपालिका और पिछड़ा वर्ग समाज का घोर अपमान है और फुले-शाहू-अम्बेडकर विचार प्रचारक संगठन और सावित्री फातिमा सद्भावना विचार मंच, अहिल्यानगर की ओर से कड़ा विरोध व्यक्त किया गया है।

गुरुवार, 9 अक्टूबर, 2025 को दोपहर 1 बजे एडवोकेट के नेतृत्व में श्रीगोंदा तहसील कार्यालय के सामने एक शांतिपूर्ण जनसभा आयोजित की जाएगी। संभाजीराव दौलतराव बोरुडे के नेतृत्व में एक ज्ञापन सौंपा जाएगा और राज्य व केंद्र सरकार को एक बयान जारी कर इस घटना के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की जाएगी।

इस घटना के बाद पूरे देश में विरोध की लहर दौड़ गई है, क्योंकि यह भारतीय संविधान और न्यायपालिका का अपमान है और दोषियों के खिलाफ तत्काल और सख्त कार्रवाई की मांग की जा रही है। 


रिपोर्टर : अमर घोडके

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