के.बी.पटेल महाविद्यालय द्वारा मजदूर दिवस पर मजदूरों का किया गया सम्मान

मनेन्द्रगढ़ - मजदूर दिवस हर वर्ष 1 मई को मनाया जाता है। इस दिन को अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस (International Labour Day) के नाम से भी जाना जाता है। इसका उद्देश्य श्रमिकों के अधिकारों की रक्षा करना, उनके योगदान को सम्मान देना और उन्हें एक बेहतर कार्य वातावरण देना है। इस दिन की शुरुआत 19वीं सदी में अमेरिका के शिकागो शहर से हुई। जब मजदूरों से 12 से 16 घंटे तक काम कराया जाता था, वो भी बिना किसी छुट्टी और सुविधा के। इस शोषण और अमानवीय व्यवहार के खिलाफ आवाज उठाते हुए, 1 मई 1886 को शिकागो के हेमार्केट में हजारों मजदूरों ने आंदोलन किया, जिसमें उन्होंने 8 घंटे के कार्यदिवस की मांग की। यह आंदोलन बाद में हिंसक हो गया, लेकिन इसकी गूंज पूरी दुनिया में सुनाई दी। इस ऐतिहासिक घटना के उपलक्ष्य में 1 मई को मजदूर दिवस के रूप में मान्यता दी गई। भारत में मजदूर दिवस पहली बार 1923 में चेन्नई (तत्कालीन मद्रास) में मनाया गया था। इसका श्रेय कामगार नेता सिंगारवेलु चेट्टियार को जाता है, जिन्होंने इस दिन को औपचारिक रूप से मान्यता देने की शुरुआत की। इसी तारतम्य में क्षेत्र के प्रतिष्ठित महाविद्यालय के.बी.पटेल. महाविद्यालय के छात्र एवं छात्राओं द्वारा 1 मई मंजदूर दिवस के उपलक्ष्य में चिरमिरी के विभिन्न स्थानों एवं महाविद्यालय में कार्य कर रहे श्रमिकों को अपनी सेवा भावना दिखाई जो तपती धूप में लगातार समाज को अपनी सेवाएं देते रहते है ऐसे श्रमिक मित्रों को गमछा, फल एवं पानी कि बोतल देकर उनका सम्मान किया गया ।
रिपोर्टर- मुस्ताक कुरैशी
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