महिलाओं में 50 की उम्र के बाद हड्डियों के कमजोर होने का ये होता है कारण, जानें

50 की उम्र के बाद महिलाओं में हड्डियाँ कमजोर होने का मुख्य कारण रजोनिवृत्ति (Menopause) होता है। इस उम्र के आसपास महिलाओं में एस्ट्रोजन (Estrogen) नामक हार्मोन का स्तर कम हो जाता है, जो हड्डियों की मजबूती बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

एस्ट्रोजन की कमी:

एस्ट्रोजन हड्डियों के निर्माण और टूट-फूट की प्रक्रिया को संतुलित करता है।

रजोनिवृत्ति के बाद इसका स्तर तेजी से घटता है, जिससे हड्डियाँ तेजी से टूटने लगती हैं और उनका निर्माण धीमा हो जाता है।

हड्डी घनत्व (Bone Density) में गिरावट:

30 की उम्र के बाद ही शरीर की हड्डी का घनत्व धीरे-धीरे कम होने लगता है, लेकिन रजोनिवृत्ति के बाद यह प्रक्रिया तेज हो जाती है।

इससे ऑस्टियोपोरोसिस (Osteoporosis) होने की संभावना बढ़ जाती है।

कैल्शियम और विटामिन D की कमी:

उम्र बढ़ने के साथ शरीर कैल्शियम को कम अवशोषित करता है।

धूप में कम जाना या विटामिन D की कमी भी हड्डियों को कमजोर करती है।

शारीरिक गतिविधि की कमी:

कई महिलाएं इस उम्र में शारीरिक रूप से कम सक्रिय हो जाती हैं, जिससे हड्डियाँ और मांसपेशियाँ दोनों कमजोर हो सकती हैं।

अनुवांशिकता और जीवनशैली:

पारिवारिक इतिहास, धूम्रपान, शराब, अधिक कैफीन और खराब खानपान भी हड्डी कमजोरी में योगदान देते हैं।

हड्डियाँ मजबूत बनाए रखने के उपाय:

कैल्शियम और विटामिन D युक्त आहार लें (दूध, दही, पनीर, अंडा, मछली, हरी सब्जियाँ)।

नियमित रूप से वॉकिंग, योग या हल्का व्यायाम करें।

धूप में समय बिताएँ (सुबह की हल्की धूप)।

जरूरत हो तो डॉक्टर से सलाह लेकर सप्लिमेंट लें।

बोन डेंसिटी टेस्ट (DEXA Scan) करवाएं यदि जोखिम अधिक है।

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