घर और खेत में पुदीना उगाने के आसान तरीके
पुदीना (Mint) एक खुशबूदार हर्ब है, जिसका उपयोग भोजन, चाय, औषधि और सुगंध उद्योग में किया जाता है। इसकी खेती न केवल घरेलू जरूरतों के लिए बल्कि व्यवसायिक दृष्टि से भी लाभकारी है।
1. भूमि और जलवायु
पुदीना हल्की दोमट या रेतीली मिट्टी में अच्छी तरह उगता है।
मिट्टी में जल निकासी अच्छी होनी चाहिए, क्योंकि ज्यादा पानी से पौधे सड़ सकते हैं।
यह पौधा ठंडी और नमीयुक्त जलवायु में बेहतर बढ़ता है।
2. बीज और पौधे
पुदीना मुख्य रूप से कटिंग के माध्यम से उगाया जाता है।
पौधों की कटिंग 10–15 सेंटीमीटर लंबी होनी चाहिए।
पौधों के लिए नई, स्वस्थ और रोगमुक्त कटिंग का चयन करें।
3. रोपाई और खेती की विधि
खेत की तैयारी में मिट्टी को हल्की नमी के साथ जोतें और अच्छी तरह समतल करें।
पुदीना की कटिंग को 30–45 सेंटीमीटर की दूरी पर रोपें।
रोपाई के बाद मिट्टी को हल्का दबाएं और नियमित पानी दें।
4. सिंचाई और देखभाल
पुदीना को नियमित रूप से पानी की आवश्यकता होती है, विशेषकर गर्मियों में।
खेत में खरपतवार साफ करें और पौधों के बीच पर्याप्त दूरी बनाए रखें।
आवश्यकतानुसार जैविक उर्वरक का प्रयोग करें।
5. कटाई और संग्रहण
पुदीना की पहली कटाई लगभग 45–60 दिन के भीतर की जा सकती है।
पौधे की कटाई सुबह के समय करें, जब इसमें तेल की मात्रा अधिक होती है।
कटाई के बाद पत्तियों को छायादार और हवादार स्थान पर सुखाएं या तुरंत बाजार में बेचें।
6. लाभ और विपणन
पुदीना की पत्तियों की मांग खाद्य, पेय, औषधि और सुगंध उद्योग में लगातार बनी रहती है।
एक हेक्टेयर में पुदीना की खेती से 5–8 टन ताजी पत्तियों की पैदावार प्राप्त की जा सकती है।
बाजार में ताजी पत्तियों के साथ-साथ सुखाई हुई पत्तियों और पुदीने का तेल भी बेचा जा सकता है।
7. सुझाव और टिप्स
रोगों और कीटों से बचाव के लिए जैविक कीटनाशकों का उपयोग करें।
कटाई के बाद खेत में पर्याप्त पोषण देकर दूसरी फसल के लिए तैयार करें।
स्थानीय कृषि विभाग से तकनीकी सलाह लेना लाभकारी रहेगा।
पुदीना की खेती कम निवेश में उच्च लाभ देने वाला व्यवसाय है। यदि सही तकनीक और बाजार का ध्यान रखा जाए तो यह छोटे और बड़े दोनों किसानों के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।


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