जे एम एफ शिक्षण संस्थान में "स्वदेशी भारत व नशामुक्त युवा" विषय पर व्याख्यान का आयोजन

डोंबिवली : जे एम एफ शिक्षण संस्थान के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. राजकुमार कोल्हे ने विद्यालय एवं महाविद्यालय के युवा विद्यार्थियों को "स्वदेशी भारत व नशामुक्त युवा" विषय पर मार्गदर्शन किया। यह व्याख्यान मधुबन वातानुकूलित सभागार में आयोजित किया गया, जिसमें 500 से अधिक विद्यार्थी उपस्थित थे। अपने वक्तव्य में डॉ. कोल्हे ने कहा कि व्यसन का अर्थ है किसी भी चीज़ की आदत – चाहे वह अच्छी हो या बुरी। अच्छी आदतें जीवन को उन्नति की ओर ले जाती हैं, जबकि बुरी आदतें जीवन को रसातल में धकेल देती हैं। उन्होंने विशेष रूप से शराब, ड्रग्स और अनावश्यक दवाइयों के सेवन को सबसे बड़ी बुराई बताते हुए इसके गंभीर दुष्परिणामों पर प्रकाश डाला। डॉ. कोल्हे ने युवाओं को संदेश दिया कि  मित्र अवश्य बनाएं, लेकिन गलत संगति से दूर रहें। नशा यह पढ़ाई का होना चाहिए, देशसेवा का होना चाहिए, समाजसेवा का होना चाहिए और उज्ज्वल भविष्य का होना चाहिए।कार्यक्रम के दौरान युवाओं से नशामुक्त भारत की प्रतिज्ञा भी दिलाई गई। मध्यांतर में जन गण मन इंग्लिश सेकंडरी स्कूल और वंदे मातरम् पदवी महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने नशामुक्त युवा अभियान विषय पर पथनाट्य प्रस्तुत किया, जिसे दर्शकों ने सराहा। इस अवसर पर संस्थापिका सचिव डॉ. प्रेरणा कोल्हे ने भी छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि – “व्यसन और व्यसनाधीनता में फर्क पहचानें। बुरी आदतों से बचें और केवल अच्छी बातों का ही व्यसन करें, जिससे जीवन में अमूल्य बदलाव आए।” इस आयोजन में ब्रह्मा कुमारी संस्था का विशेष सहयोग प्राप्त हुआ।

रिपोर्टर  : दिपक मोरे 

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