64 योगिनी मानसरोवरवाली माता मंदिर जीरापुरा में आस्था का सैलाब उमड़ा

नालछा : नालछा ब्लॉक की ग्राम जीरापुर पंचायत में स्थित चौसठ योगिनी माता मंदिर एक प्राचीन और पवित्र स्थल है, जो अपनी विशेषताओं और महत्व के लिए प्रसिद्ध है।

मंदिर का महत्व

इस मंदिर में चौसठ योगिनी माता की प्रतिमा के साथ-साथ बावन भेरू की प्रतिमाएं भी स्थापित हैं। मंदिर के सामने बने मानसरोवर तालाब में स्नान करने और माताजी के दर्शन व पूजा-आरती करने से मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।

नवरात्रि का महत्व

प्रतिवर्ष चैत्र माह में नवरात्रि के दौरान मेले का आयोजन होता है, जिसमें अनेक श्रद्धालु माताजी के दर्शन के लिए आते हैं। विशेषकर निमाड क्षेत्र से बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित होते हैं।

मंदिर की विशेषताएं

- मंदिर के सामने स्थित तालाब में स्नान करने से समस्त प्रकार के रोगों का नाश होता है।
- इस तालाब से मान नदी का भी उद्गम हुआ है।
- जीरापुर जाने के लिए लुन्हेरा तक बस से पहुंचा जा सकता है और वहां से पैदल अथवा स्थानीय साधनों से जा सकते हैं।

अष्टमी और नवमी का महत्व

नवरात्रि के इस पावन पर्व में अष्टमी और नवमी को बड़ी संख्या में श्रद्धालु माता के दरबार में अपने कष्ट निवारण के लिए आते हैं। सुबह से लेकर देर शाम तक नवरात्रि मैं यहां जमावड़ा देखने को मिलता है।

मालवा सेवा समिति द्वारा भजन संध्या का आयोजन

प्रतिवर्ष अनुसार मालवा सेवा समिति के द्वारा हर वर्ष एक विशाल भव्य भजन संध्या का आयोजन किया जाता है, जो कि जीरापुर आ रहे श्रद्धालुओं के लिए एक आकर्षण का केंद्र रहता है।

अनिल आर्य मित्र मंडल द्वारा विशाल भंडारे का आयोजन

अष्टमी के पावन पर्व पर हुआ भंडारे का आयोजन, प्रति वर्ष अनुसार इस वर्ष अभी अनिल आर्य मित्र मंडल नालछा की ओर से विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है। यह भंडारे का आयोजन हर साल अनिल आर्य मित्र मंडल की ओर से किया जा रहा है और यह भंडारा अष्टमी के दिन शाम 5:00 बजे से प्रारंभ होगा और दूसरे दिन सुबह 12:00 तक भंडारा चलेगा। भंडारे में लगभग 20000 से अधिक श्रद्धालु भोजन प्रसादी ग्रहण करेंगे।

नालछा गंगौर घाट पर खिचड़ी प्रसादी का वितरण

प्रतिवर्ष नालछा गंगौर घाट पर खिचड़ी प्रसादी का वितरण किया जा रहा है, यहां पर भी लगभग 20000 से अधिक श्रद्धालु खिचड़ी प्रसादी प्राप्त करते हैं। इस वर्ष लगभग 20 कुंटल खिचड़ी प्रसादी बनाई गई थी।

रिपोर्टर :  अशोक मिरदवाल  

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