पुण्यश्लोक देवी अहिल्याबाई होलकर की 300वीं जयंती पर महिला बुनकर सशक्तिकरण कार्यक्रम संपन्न
नालछा : पुण्यश्लोक देवी अहिल्याबाई होलकर की 300वीं जन्म शताब्दी के उपलक्ष्य में नालछा मंडल के डिंपल मैरिज गार्डन में महिला बुनकरों के सशक्तिकरण से संबंधित एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की थीम "नारी शक्ति एवं सांस्कृतिक पुनर्जागरण" पर केंद्रित रही, जिसमें समाजसेवियों, जनप्रतिनिधियों और महिला बुनकरों की गरिमामयी उपस्थिति रही।
मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथि
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में क्षेत्रीय विधायक श्री कालूसिंह ठाकुर उपस्थित हुए। विशिष्ट अतिथि के रूप में श्रीमती ज्योति सोनी (राष्ट्र सेविका समिति, धार) एवं श्रीमती नेहा जायसवाल (बुनकर प्रकोष्ठ जिला संयोजिका) ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।
कार्यक्रम का शुभारंभ
कार्यक्रम की शुरुआत भारत माता के चित्र पर माल्यार्पण कर की गई। मंच पर उपस्थित अतिथियों का पारंपरिक पुष्पमाला से स्वागत किया गया। राष्ट्र सेविका समिति संपर्क प्रमुख श्रीमती सोनाली ठाकुर ने स्वागत भाषण देकर उपस्थित जनों को कार्यक्रम की पृष्ठभूमि से अवगत कराया।
विशेष सम्मान
पूर्व सैनिक श्री सतीश बडगूजर एवं श्री जगदीश मारू का सम्मान विधायक श्री कालूसिंह ठाकुर द्वारा किया गया। नारी शक्ति के प्रतीक रूप में सामाजिक कार्यकर्ता एवं पुजारी श्रीमती अरुणा शर्मा को भी सम्मानित किया गया।
देवी अहिल्याबाई का प्रेरक जीवन परिचय
कार्यक्रम में श्रीमती सुनीता दुबे ने पुण्यश्लोक देवी अहिल्याबाई के जीवन चरित्र पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने कम उम्र में ही विधवा होने के बाद भी नारी शक्ति का उदाहरण प्रस्तुत करते हुए मालवा की राजगद्दी को कुशलता से संभाला और धार्मिक-सांस्कृतिक निर्माण कार्यों से एक आदर्श प्रशासनिक मॉडल स्थापित किया।
मुख्य भाषण
प्रमुख प्रवक्ता श्रीमती ज्योति सोनी ने देवी अहिल्याबाई होलकर के संपूर्ण जीवन संघर्ष, धार्मिक चेतना, समाज सुधार, मंदिर निर्माण, घाट निर्माण जैसे कार्यों का विस्तार से वर्णन किया। उन्होंने नारी सशक्तिकरण की प्रेरणा देने वाली ऐतिहासिक नारियों – झांसी की रानी लक्ष्मीबाई, मां दुर्गा – का उदाहरण देते हुए समाज में महिलाओं की भूमिका को रेखांकित किया। विधायक श्री कालूसिंह ठाकुर ने अपने संबोधन में नारी शक्ति को राष्ट्र की रीढ़ बताते हुए देवी अहिल्या के जीवन से प्रेरणा लेने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि अहिल्याबाई केवल एक रानी नहीं, बल्कि जनसेवा, धर्मनिष्ठा और न्यायप्रियता की मूर्ति थीं।
संस्कार आधारित विचार
प्रवक्ताओं ने पश्चिमी संस्कृति के अंधानुकरण से बचने और भारतीय परंपरा जैसे – "राम-राम" बोलने, जन्मदिन पर केक काटने की बजाय प्रसाद वितरण जैसे कर्मों की पुनर्स्थापना की बात कही। इन विचारों से श्रोतागण भावुक हो उठे और कार्यक्रम का वातावरण अत्यंत भावनात्मक हो गया।
मंचासीन अतिथि एवं कार्यकर्ता
कार्यक्रम में अनेक गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे, जिनमें प्रमुख रूप से:
श्रीमती सरिता रघु निनामा, श्रीमती माया नलवाया, श्रीमती अंगुरबाला कुशवाहा, मंडल अध्यक्ष रघु निनामा, लोकेंद्र चौधरी, जनपद सदस्य पवन कुशवाहा, दिलीप डाबर (जनपद उपाध्यक्ष), कृष्णा यादव (नगर पंचायत उपाध्यक्ष), विधायक प्रतिनिधिअशोकजाट विधायक प्रतिनिधि अशोक मिरदवाल महेश यादव अरविंद चौहान, रविंद्र परिहार, संतोष राठौर, कांतिलाल शर्मा, विधायक प्रतिनिधि मिडिया प्रभारी विधायक प्रतिनिधि/सीताराम ठाकुर दिलीप राजपूत, पूर्व मंडल अध्यक्ष ओम प्रकाश कामदार, निखिल ग्वाल, मोहन डाबर, सरपंच प्रभु बारीया जनपद सदस्य /सुरेश दारमा सहित अनेक कार्यकर्ता मौजूद थे।
संचालन एवं आभार प्रदर्शन
कार्यक्रम का संचालन मंडल महामंत्री श्री विनोद ठाकुर द्वारा किया गया तथा आभार प्रदर्शन **मंडल अध्यक्ष रघु निनामा ने माना।
रिपोर्टर : अशोक मिरदवाल

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