संतों के सानिध्य में नालछा के श्री सोमेश्वर महादेव मंदिर (खारी बावड़ी) से निकली भव्य कलश यात्रा
नालछा - नालछा स्थित टेलन टेकरी (गुरु पर्वत) पर प्राचीन श्री हिमकुंदेश्वर महादेव मंदिर एवं श्री टनाटन हनुमान मंदिर परिसर में आयोजित नौ दिवसीय पंच कुंडात्मक श्री शिव-शक्ति महायज्ञ एवं शिखर प्रतिष्ठा महोत्सव का विधिवत शुभारंभ भव्य कलश यात्रा के साथ हुआ।
यह आयोजन अनंत विभूषित बैकुंठ धामवासी संत श्री श्री 1008 श्री सर्वेश्वरदास जी महाराज (श्री रामपालकी सरकार) एवं महंत श्री श्री 1008 श्री हरगोविंदपुरी जी महाराज (श्री खेरेश्वर महादेव, राजस्थान) की दिव्य अनुकंपा से तथा महंत श्री श्री 1008 श्री राजेन्द्रपुरी जी महाराज (जुग्गे वाले बाबा) के सानिध्य में संपन्न हो रहा है। वहीं श्री रामपालकी सरकार के कृपा पात्र परमशिष्य महंत श्री श्री 108 श्री प्रेमदास जी महाराज (नीतू बाबा) के मार्गदर्शन में महायज्ञ का विधिवत शुभारंभ किया गया।
संत-महात्माओं के सानिध्य में भव्य कलश यात्रा निकाली गई।
शुभारंभ के अवसर पर खारी बावड़ी स्थित प्राचीन श्री सोमेश्वर महादेव मंदिर से संत-महात्माओं के सानिध्य में भव्य कलश यात्रा निकाली गई। बैंड-बाजों, ढोल-नगाड़ों, डीजे और हर-हर महादेव के जयघोष के साथ यह यात्रा नगर के प्रमुख मार्गों से होती हुई यज्ञ स्थल तेलन टेकरी पहुंची, यात्रा में बड़ी संख्या में महिलाएं और बालिकाएं सिर पर पवित्र कलश धारण चल रहीं थी साथ ही कई महिला-पुरुष श्रद्धालु, भक्तगण एवं साधु-संत शामिल हुए। नगरवासियों द्वारा जगह-जगह पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया। साधु-संत बग्गियों पर सवार होकर कलश यात्रा में शामिल हुए जो आकर्षण का केंद्र रहे।
कई सिद्ध पीठों, ओर मठों से संत-महंत हुए शामिल
महंत श्री श्री 1008 श्री योगेंद्र दस जी महाराज बालीपुर धाम,श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर श्री रामकृपाल दास महाराज नांदेड़,महंत श्री राधेश्याम महाराज महेश्वर,महंत श्री माणगिरी महाराज बिल्लोदा, महंत श्री शान्तिदास महाराज उज्जैन,महंत श्री मंगलदास महाराज, महंत श्री तेजगिरी महाराज आदि संत शामिल हुए।
वैदिक मंत्रो के साथ दिए जा रही आहुतियां।
वैदिक विधानों के साथ पूजन-अर्चन कर पंचकुंडात्मक महायज्ञ की अग्नि प्रज्वलित की गई। बाद शिव शक्ति सहित 11 यजमानों के द्वारा यज्ञाचार्य पं. राकेश जी शास्त्री एवं आचार्य विकास जी महाराज के वेद-मंत्रोंच्चार के साथ आहुतियां डाली जा रही हैं
कलयुग के चरित्र का किया वर्णन
श्रीमद् भागवत कथा प्रथम दिवस भागवत आचार्य श्री कमल किशोर जी शर्मा (बेटमा) के श्री मुख से राजा परीक्षित के बारे में वृतांत से बताएं साथ ही कलयुग का चरित्र वर्णन किया, जिसमें बताया गया कि नारद जी के द्वारा पृथ्वी पर भ्रमण किया गया तो देखा कि इस कलयुग में पुण्य कम और पाप बढ़ रहा हैं, यह युग कली की ओर तेजी से अग्रसर हो रहा है। शाम को आरती कर प्रसाद जी का वितरण किया गया।
यज्ञ स्थल पर भव्य मेला सजा
यज्ञ स्थल पर भव्य मेला भी सजा हुआ है, जहां बच्चों के लिए झूले एवं विभिन्न प्रकार की दुकानें लगाई गई हैं। दूर-दराज के अखाड़ों से पधारे साधु-संतों की उपस्थिति ने आयोजन को और भी दिव्य बना दिया है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बैठने, पेयजल, प्रकाश और सुरक्षा की समुचित व्यवस्था की गई है।
यह होंगे आयोजन
महायज्ञ पूजन प्रतिदिन प्रातः 7 सायं 6 बजे तक आयोजित होगा।
यज्ञाचार्य पं. राकेश जी शास्त्री (श्री राघव वेद विद्यालय, उज्जैन) और विप्रोजनों के द्वारा वैदिक मंत्रोउच्चार से सम्पन्न होगा, आचार्य के रूप में पं. राकेश जी शास्त्री मार्गदर्शन करेंगे। इसी के साथ श्रीमद्भागवत कथा का वाचन पंडित कमल किशोर जी शर्मा (बेटमा) के श्री मुख से दिनांक 27 नवंबर से 3 दिसंबर तक प्रतिदिन दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक किया जाएगा, वही प्रतिदिन रात्रि में भजन संध्या और अन्य धार्मिक आयोजन किए जाएंगे उक्त जानकारी पुजारी श्री बजरंगदास जी के द्वारा दी।
रिपोर्टर : अशोक मिरदवाल
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