नारी - संघर्ष और कहानी
नारी केवल एक शब्द नहीं बल्की संसार की संरचना का भाव है | एक नारी का जितना अहम योगदान समाज को उत्कृष्ठ बनाने में है उसका आंकलन शब्दों में कभी नहीं किया जा सकता | एक नारी समाज में जब बाल स्वरुप में आती है तब उसको सम्पूर्ण समाज को जानने का अवसर मिलता है या कहें की सबसे ज्यादा आज़ाद एक नारी केवल बचपन और बाल स्वरुप में ही होती है | उसके बाद धीरे-धीरे समाज की प्रतिस्पर्धाओं से नारी गृह्सित हो जाती है और नव समाज निर्माण में अहम् भूमिका प्रदान करती है |
आज के परिपेक्ष में अगर बात करें तो नारी के समक्ष संघर्षों की चट्टान हर एक मोड़ पर है क्योंकि वो नारी जो पहले केवल समाज में घर चलाने को जानी जाती थी , आज समाज के हर छेत्र में खुद के कौशल को साबित कर रही है और शयद इसीलिए उसे समाज के द्वारा समय समय पर बनाई गयीं इन चट्टानों को पार करना पड़ता है |
बालस्वरूप के बाद जब युवावस्था में जब एक लड़की प्रवेश करती है तब सबसे नाजुक उम्र होती है और यदि उस उम्र में प्रेम और अच्छे संस्कार नहीं दिए गए तो कभी कभी प्रेम की तलाश में लड़की कुछ गलत कदम उठा लेती है जिसका एहसास वक़्त बीतने के बाद होता है. हालाँकि यह कहना बहुत आसान है परन्तु समझना उतना ही मुश्किल भी है क्योंकि यह संभव नही कि इतनी सी उम्र में साड़ी समझ उसको आ जाए - कुछ सीखतीं है परिवार के संस्कारों से और कुछ सीखतीं है अपने प्रयोगों से. सबसे ज्यादा खतरनाक अगर कुछ होता है तो निरर्थक प्रयोग जो कभी-कभी नारी को बिलकुल असहेज कर देता है और भीतर उसके पीड़ा ही पीड़ा भर जाती है |
एक नारी जो असल में एक सम्मान और प्रेम का प्रतिक होती है वो जीवन में गलती बार बार नहीं करती | अगर एक बार कोई गलती होती है तो वेह उससे सीख लेकर जीवन में कभी उसको नहीं दोहराती और यही आचरण एक सर्वश्रेष्ठ नारी का निर्माण करता है |
हिन्दुस्तान में लोग आज भी बिहार और उत्तर प्रदेश की नारियों को आदर्श मानते हैं, उसमे भी ज्यादातर लोग बिहार की नारियों पर बहुत भरोसा करते हैं | क्योंकि आज आधुनिक युग में जहाँ अगर नारी हर छेत्र में अपना कौशल दिखा रही है तो वहीँ कुछ नारियां गलत राह , गलत चाह और गलत संगत की वजह से गलत आचरण ग्रहण कर लेती हैं जो समाज को बाद में उस नारी को केवल तकलीफ ही देता है |
जो नारी इन संघर्षों को पार करते हुए अपने पथ पर चलती रहती है वह नारी अपनी अलग कहानी लिखती है और समाज उस कहानी को हमेशा याद रखता है |
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