जलजीवन में रिश्वतखोरी उप अभियंता और कनिष्ठ अभियंता 2 लाख रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार

नाशिक : जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के रूप में ओमकार पवार (आईएएस) को कार्यभार संभाले 48 घंटे ही हुए हैं, लेकिन डिंडोरी पंचायत समिति में खुलेआम रिश्वतखोरी का खेल चल रहा है। कार्यभार संभालने के बमुश्किल 48 घंटे बाद ही विभिन्न पंचायत समितियों के जल आपूर्ति विभाग में उपयंत्री योगेश नारायण घारे और उनके सहायक कनिष्ठ उपयंत्री मनीष कमलाकर जाधव को 2 लाख 16 हजार रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया है। नासिक एसीबी ने यह कार्रवाई शुक्रवार (8 तारीख) शाम को की। डिंडोरी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज होने के बाद मामला दर्ज किया गया है कि यह रिश्वत काम के भुगतान को मंजूरी देने के बदले ली गई थी। संदिग्ध घारे काठे गली स्थित तिरुमाला भूमिका बिल्डिंग का निवासी है, जबकि जाधव पंचवटी के हीरावाड़ी स्थित कुंज विहार सोसाइटी का निवासी है। इस बीच, शिकायतकर्ता एक सरकारी ठेकेदार है और उसने जल जीवन मिशन जल प्रदाय योजना के तहत किए गए काम और लंबित काम के बिल को मंजूरी देने के लिए रिश्वत की मांग की। जाधव ने रिश्वत की मांग करके घारे को बढ़ावा दिया है। शिकायत मिलते ही जाल बिछाया गया और डिंडोरी पंचायत समिति में घारे को रंगे हाथों पकड़ लिया गया। संदिग्धों के घर की तलाशी ली जा रही है और घारे का मोबाइल फोन जब्त कर लिया गया है।
रिपोर्टर : भूषण घनश्याम भुसारे
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