मल्टी नेटवर्क मार्केटिंग के नाम पर युवक से ढाई लाख रुपए की ठगी; गंगापुर पुलिस में दो के खिलाफ मामला दर्ज

नासिक : कंपनी में निवेश के बाद मिलने वाले उत्पादों को बेचने पर प्रोत्साहन व अन्य लाभ का झांसा देकर गंगापुर रोड निवासी एक युवक से 2.25 लाख रुपए ठग लिए गए। इस संबंध में गंगापुर थाने में दो लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। ठगी का दायरा बढ़ने की संभावना है। ऐसे में आर्थिक अपराध शाखा ने अब दस्तावेजी साक्ष्य जुटाकर संदिग्धों की गिरफ्तारी की तैयारी कर ली है। संदिग्धों में प्रसाद निवृत्ति कोलपे (निवासी शिवाजीनगर, सातपुर) और प्रजनेश प्रवीण शिंदे (निवासी सुयोजित गार्डन, सहदेवनगर, गंगापुर रोड) शामिल हैं। गंगापुर रोड पर लोकमान्यनगर निवासी प्रतीक पांडुरंग सूर्यवंशी (उम्र 31 वर्ष) प्राइवेट नौकरी करते हैं। उनकी शिकायत के अनुसार, जनवरी 2025 में उनकी संदिग्धों से मुलाकात हुई थी। जब वह अपनी आर्थिक स्थिरता और आय बढ़ाने की कोशिश कर रहे थे, तब संदिग्धों ने उन्हें निवेश और उनसे मिलने वाले मुनाफे के बारे में जानकारी दी। इस जानकारी को समझते हुए, प्रसाद और प्रजनेश ने उन्हें विहान क्यूनेट नामक एक अंतरराष्ट्रीय कंपनी के बारे में जानकारी दी और कहा कि कंपनी अधिक मुनाफा कमा रही है। उन्होंने उन्हें यह कहकर लालच दिया कि यदि वह इस कंपनी के ‘व्यापार’ में शामिल हो जाते हैं, तो उन्हें इससे अधिक वित्तीय लाभ होगा।
इस बीच जब उसे बताया गया कि इस व्यवसाय को शुरू करने के लिए कंपनी की 'स्टार्टअप कॉस्ट' 2.5 लाख रुपए है, तो वह यह पैसा देते ही व्यवसाय शुरू कर सकता है, लेकिन प्रतीक के पास 2.5 लाख रुपए नहीं थे, इसलिए उसने बीच का रास्ता निकाला। तब संदिग्धों ने उसे 2.15 लाख रुपए देकर व्यवसाय शुरू करने को कहा। रुपए देते ही प्रतीक समझ गया कि यह उद्योग व व्यवसाय मल्टी लेवल मार्केटिंग (एमएलएम) आधारित है, यानी वित्तीय निवेश करने के बाद उत्पाद बेचने पर होने वाला मुनाफा और सक्रिय सदस्य बढ़ते ही प्रोत्साहन व निवेश राशि मिलती है। इसलिए उसने यह व्यवसाय करने से मना कर दिया और उन दोनों से अपने द्वारा निवेश किए गए ढाई लाख रुपए फिर से मांगे। लेकिन, दोनों ने यह कहते हुए देने से मना कर दिया कि उन्होंने यह पैसा कंपनी में लगा दिया है। साथ ही, यह पैसा लेने के बावजूद प्रतीक ने तय किए अनुसार कंपनी के उत्पाद नहीं बेचे। ठगी का अहसास होने पर उसने गंगापुर थाने में शिकायत दर्ज कराई। आर्थिक अपराध शाखा के वरिष्ठ निरीक्षक अतुल दहाके मामले की जांच कर रहे हैं। प्रतीक ने ऑनलाइन लोन लेकर इस गोरखधंधे में शामिल होने की अपनी तत्परता दिखाई। हालांकि, उसके पास 2.5 लाख रुपए नहीं होने के कारण उसने लोन वापस ले लिया, लेकिन संदिग्धों ने उसे पर्सनल लोन लेने के लिए मजबूर किया। इसके लिए दोनों ने उसे तुरंत लोन लेने के तरीके बताए। उनकी सलाह पर प्रतीक ने अपने मोबाइल पर मनीव्यू और रिंग ऐप से पर्सनल लोन लिया। उसी लोन की रकम को निवेश करने के लिए उसने प्रसाद कोलपे के मोबाइल पर 2 लाख रुपए का फोन पेमेंट किया। शिकायत में यह भी कहा गया है कि उसने 15,000 रुपए नकद दिए।
रिपोर्टर : भूषण भूसारे

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