ऊसराहार में झोलाछाप डॉक्टर ने बिगाड़ी मरीज की हालत, भीड़ जुटी, पुलिस मौके पर पहुँची

इटावा : थाना ऊसराहार क्षेत्र के गौसिया क्लीनिक, विधूना रोड पर झोलाछाप डॉक्टर के गलत इलाज से मरीज की हालत बिगड़ गई। जानकारी के अनुसार ग्राम गडवाना निवासी दिनेश कुमार के पेट दर्द और कमजोरी की शिकायत पर इलाज कराने क्लीनिक पहुंचे थे। इस क्लीनिक का संचालन डॉ. मोहम्मद आरिफ उर्फ सोनम निवासी ग्राम रमायन थाना भरथना द्वारा किया जाता है। बताया जा रहा है कि डॉक्टर झोलाछाप है और मरीज का गलत इलाज करने से दिनेश कुमार की तबीयत और गंभीर हो गई। दिनेश कुमार के मौसेरे भाई ध्रुव को फोन किया और बुलाया मौके पर पहुँचे और जब उन्होंने इलाज पर सवाल उठाए तो डॉक्टर ने अभद्रता करते हुए उन्हें क्लीनिक से बाहर निकाल दिया। इसके बाद स्थानीय लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई। ध्रुव ने एम्बुलेंस को कॉल किया और मीडिया को सूचना दी। डायल 108 से मरीज को सरसई नावर स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहाँ से उसे गंभीर हालत में सैफई मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। मौके पर ऊसराहार थाना पुलिस प्रशासन मौजूद रहा। इस संबंध में जब पत्रकारों ने ए सीएमओ इटावा डॉ. सतेंद्र यादव से फोन पर क्लीनिक के रजिस्टर्ड होने की जानकारी चाही, तो उन्होंने कहा कि मामले की जानकारी लेकर पुष्टि करेंगे। सूत्रों के अनुसार क्लीनिक अवैध रूप से चल रहा है और पूर्व में भी यहाँ इलाज के दौरान मरीजों की हालत बिगड़ चुकी है। पीड़ित पक्ष का आरोप है कि डॉक्टर मोहम्मद आरिफ ने धमकी दी कि अगर शिकायत की तो छेड़छाड़ और लूट के फर्जी मुकदमे में फँसा देंगे पीड़ित ने बताया हमारे खिलाफ षड्यंत्र रचने की साजिश की जा रही है।
क्षेत्रीय स्थिति
ऊसराहार क्षेत्र में झोलाछाप डॉक्टरों का बोलबाला है, जो क्लीनिक खोलकर मरीजों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं।
सरसई नावर और आस-पास अवैध रूप से कई क्लीनिक चल रहे हैं। अभी कुछ दिन पूर्व चकरनगर में एक बंगाली डॉक्टर के गलत इंजेक्शन से 45 वर्षीय महिला की मौत हो गई थी।
प्रशासन पर सवाल
झोलाछाप डॉक्टरों के हौसले बुलंद हैं और सीएमओ इटावा की तरफ से अब तक ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
पत्रकारों द्वारा फोन करने पर भी सीएमओ साहब जवाब देना उचित नहीं समझते। जब भी कार्रवाई होती है तो सिर्फ खाना-पूर्ति कर दी जाती है। आखिर कब तक चलेंगे ऐसे फर्जी क्लिनिक कब लगेगी लगाम।
रिपोर्टर : ओमकार
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