संतरे की खेती कैसे करें: पूरी जानकारी और टिप्स
संतरा (Orange) एक लोकप्रिय फल है, जो स्वाद में मीठा और पोषण में भरपूर होता है। इसका सेवन शरीर में विटामिन C की पूर्ति करता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है। संतरे की खेती से किसान अच्छी आय भी कमा सकते हैं।
1. जलवायु और मिट्टी
संतरा उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय जलवायु में अच्छा बढ़ता है।
इसके लिए हल्की से मध्यम जलोढ़, बलुई या दोमट मिट्टी उपयुक्त होती है।
मिट्टी का pH लगभग 5.5 से 6.5 होना चाहिए।
2. उपयुक्त किस्म
लोकप्रिय किस्मों में Washington Navel, Mosambi, Kinnow, Jaffa शामिल हैं।
किस्म का चुनाव मौसम और बाजार मांग के अनुसार करें।
3. रोपाई और दूरी
साल के किसी भी समय रोपाई की जा सकती है, लेकिन मानसून के पहले बेहतर होता है।
पौधों के बीच दूरी लगभग 4.5-6 मीटर रखें ताकि विकास के लिए पर्याप्त जगह हो।
4. सिंचाई और देखभाल
नई पौधों को नियमित पानी देना जरूरी है, खासकर गर्मियों में।
संतरा के पेड़ को अधिक पानी न दें, वरना जड़ें सड़ सकती हैं।
समय-समय पर गोबर की खाद और जैविक उर्वरक डालें।
5. कीट और रोग नियंत्रण
आम कीटों में एंथ्रैक्नोज़, लीफ स्पॉट और छत्ता कीड़े आते हैं।
जैविक या रासायनिक कीटनाशक समय पर छिड़काव करें।
रोग से बचाव के लिए पेड़ों के आसपास साफ-सफाई रखें।
6. फसल कटाई और बिक्री
संतरा आमतौर पर 3-4 साल बाद फल देने लगता है।
फसल का रंग गाढ़ा नारंगी होने पर कटाई करें।
बाजार में ताजे फल या जूस के रूप में बिक्री की जा सकती है।
संतरे की खेती न सिर्फ स्वस्थ फल उपलब्ध कराती है, बल्कि किसानों के लिए आय का भी अच्छा साधन है। सही देखभाल, सिंचाई और कीट नियंत्रण से किसान अच्छी और गुणवत्तापूर्ण फसल प्राप्त कर सकते हैं।

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