जानें क्या है परंपरागत कृषि से जैविक खेती, कैसे होता है फायदा

कृषि की दुनिया में आजकल ‘जैविक खेती’ (Organic Farming) की चर्चा बहुत बढ़ रही है। जैविक खेती प्राकृतिक संसाधनों और पारंपरिक तकनीकों का उपयोग करके बिना रासायनिक उर्वरक और कीटनाशकों के कृषि उत्पाद उगाने की प्रक्रिया है। यह न केवल पर्यावरण के लिए लाभकारी है बल्कि मानव स्वास्थ्य के लिए भी सुरक्षित और पौष्टिक भोजन प्रदान करती है।
जैविक खेती की परिभाषाएं
1. भारतीय कृषि संस्थान की परिभाषा:
जैविक खेती वह प्रक्रिया है जिसमें मिट्टी, पौधों, और जीवों के प्राकृतिक चक्रों का सम्मान करते हुए, रासायनिक उर्वरकों, कीटनाशकों और सिंथेटिक पदार्थों के बिना कृषि की जाती है। इसमें जैविक खाद, कम्पोस्ट, और प्राकृतिक कीट नियंत्रण के तरीके अपनाए जाते हैं।
2. फूड एंड एग्रीकल्चर ऑर्गनाइजेशन (FAO) की परिभाषा:
FAO के अनुसार, जैविक खेती एक प्रणाली है जो पर्यावरण की स्थिरता, जैव विविधता संरक्षण, और पारिस्थितिक तंत्र की रक्षा के लिए प्राकृतिक संसाधनों का संतुलित उपयोग करती है। इसमें रासायनिक और सिंथेटिक उत्पादों का प्रयोग प्रतिबंधित होता है।
3. कृषि विशेषज्ञों की परिभाषा:
जैविक खेती में फसलों और पशुओं को प्राकृतिक तरीकों से उगाने पर जोर दिया जाता है। यह मिट्टी की उर्वरता बनाए रखने, जल संरक्षण और पर्यावरण संरक्षण पर आधारित है।
जैविक खेती के प्रमुख तत्व
रासायनिक उर्वरक और कीटनाशक का प्रयोग नहीं: जैविक खेती में केवल प्राकृतिक खाद (जैसे गोबर खाद, कम्पोस्ट) और जैविक कीटनाशक (जैसे नीम तेल) का उपयोग किया जाता है।
मिट्टी की उर्वरता बनाए रखना: जैविक खेती में मिट्टी की सेहत पर विशेष ध्यान दिया जाता है, जिससे भूमि की प्राकृतिक उर्वरता बनी रहती है।
पर्यावरण संरक्षण: यह खेती पारिस्थितिक तंत्र को संतुलित रखती है और जल स्रोतों को प्रदूषित होने से बचाती है।
जैव विविधता का संरक्षण: इसमें विभिन्न प्रकार की फसलों का उत्पादन किया जाता है जो जैव विविधता को बढ़ावा देता है।
प्राकृतिक बीजों का उपयोग: हाइब्रिड या जीन-संशोधित बीज की बजाय पारंपरिक और प्राकृतिक बीजों का प्रयोग होता है।
जैविक खेती के फायदे
स्वस्थ और रासायनिक मुक्त खाद्य उत्पादन।
पर्यावरण में रसायनों का प्रदूषण कम होता है।
मिट्टी की गुणवत्ता और जल संरक्षण होता है।
किसान की आय बढ़ाने में मददगार।
जैव विविधता का संरक्षण।
जैविक खेती प्राकृतिक संसाधनों का सम्मान करते हुए, स्वस्थ और टिकाऊ कृषि प्रणाली प्रदान करती है। यह न केवल किसान की आर्थिक स्थिति सुधारती है, बल्कि उपभोक्ताओं को सुरक्षित और पौष्टिक भोजन भी देती है। यदि हम भविष्य में पर्यावरण और स्वास्थ्य को प्राथमिकता देना चाहते हैं, तो जैविक खेती अपनाना आवश्यक है।
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