हिंदू धर्म में पूजा के दौरान पैती पहनने का महत्व, जाने

पैती एक प्रकार का पवित्र धागा होता हैं, जिसे हिंदू धर्म में विशेष अवसरों पर पहना जाता हैं, जैसे कि हवन, पूजा, यज्ञ आदि. यह धागा आमतौर पर कुश घास से बनाया जाता हैं, जिसे पवित्र माना जाता हैं.पैती पहनने से व्यक्ति के शरीर और मन की पवित्रता बढ़ती हैं.यह धागा व्यक्ति को शुद्ध और पवित्र बनाता हैं.पैती पहनने से व्यक्ति को नकारात्मक ऊर्जा से संरक्षण मिलता हैं.पैती का उपयोग हवन और यज्ञ ,पूजा ,आरती और विशेष अवसरों पर, जैसे कि विवाह, जन्मोत्सव आदि धार्मिक अनुष्ठानों में पर किया जाता हैं.
पैती के प्रकार
पैती के विभिन्न प्रकार होते हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख प्रकार हैं कुश पैती, मोली पैती, रुद्राक्ष पैती, तुलसी पैती, नवग्रह पैती, गायत्री पैती और शिव पैती. कुश पैती कुश घास से बनाई जाती हैं, जिसे हिंदू धर्म में पवित्र माना जाता है. मोली पैती रेशम या सूती धागे से बनाई जाती है, जिसे विशेष अवसरों पर पहना जाता हैं.रुद्राक्ष पैती रुद्राक्ष के मनकों से बनाई जाती है, जिसे हिंदू धर्म में पवित्र माना जाता हैं. तुलसी पैती तुलसी के पत्तों से बनाई जाती हैं, जिसे हिंदू धर्म में पवित्र माना जाता हैं. नवग्रह पैती नवग्रहों के प्रतीकों से बनाई जाती हैं, जिसे विशेष अवसरों पर पहना जाता हैं.गायत्री पैती गायत्री मंत्र के साथ बनाई जाती हैं, जिसे हिंदू धर्म में पवित्र माना जाता हैं.शिव पैती शिव जी के प्रतीकों से बनाई जाती हैं, जिसे विशेष अवसरों पर पहना जाता हैं.
पैती पहनने का महत्व
हवन के दौरान पैती पहनने का विशेष महत्व हैं.पैती पहनने से व्यक्ति के शरीर और मन की पवित्रता बढ़ती हैं,साथ ही यह धागा व्यक्ति को शुद्ध और पवित्र बनाता हैं, जिससे वह हवन के दौरान पवित्र ऊर्जा को आकर्षित कर सके. वही पैती धारण करने से आध्यात्मिक लाभ भी मिलता हैं, जैसे कि मन की शांति और आत्मशांति प्राप्त होती हैं.
पैती किस हाथ में धारण करे ?
पैती पहनना हिंदू धर्म में एक पारंपरिक रीति-रिवाज हैं, जिसे पीढ़ियों से चलाया जा रहा हैं. हवन के दौरान पैती पहनने के नियम भी हैं. पैती को दाहिने हाथ की कलाई पर पहनना चाहिए और हवन के पहले पहनना चाहिए. इसके अलावा, पैती को हवन के दौरान हटाना नहीं चाहिए और हवन के बाद उतारना चाहिए और उसे पवित्र स्थान पर रखना चाहिए.इस प्रकार, पैती पहनना हवन के दौरान व्यक्ति को पवित्र और शुद्ध बनाने में मदद करता हैं.
पैती पहनने के नियम
हिंदू धर्म में पैती पहनने के कई नियम हैं, और कुछ व्यक्तियों को पैती नहीं पहनना चाहिए जैसे विधवाएं, विधुर पुरुष, अस्पृश्य, रजस्वला महिलाएं, शोकाकुल व्यक्ति, गंभीर रूप से अस्वस्थ व्यक्ति, अपराधी और नशेड़ी व्यक्तियों को पैती नहीं पहनना चाहिए, यह नियम पैती की पवित्रता और शुद्धता को बनाए रखने के लिए हैं. पैती पहनने के नियमों का पालन करने से व्यक्ति पैती के पवित्र और शुद्ध ऊर्जा को आकर्षित कर सकता हैं.
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