मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय में तिथि भोज का भव्य आयोजन

पाकुड़ : जिले में स्थित जिला मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय राज+2 स्कूल में 'तिथि भोज' कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम छात्रों की सांस्कृतिक, शैक्षिक और पारंपरिक विरासत को मजबूत करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था। तिथि भोज, जो पारंपरिक रूप से जन्म या विशेष तिथियों पर आयोजित होने वाला सामूहिक भोजन समारोह है, इस बार स्कूल स्तर पर विस्तारित रूप में संपन्न हुआ, जिसमें छात्रों ने अपनी रचनात्मकता और सांस्कृतिक कौशल का प्रदर्शन किया, कार्यक्रम की शुरुआत स्कूल परिसर में पारंपरिक पूजा-अर्चना से हुई, जिसमें प्रधानाचार्य और अन्य शिक्षकों  ने तिथि भोज के अंतर्गत छात्रों ने स्थानीय स्तर पर उपलब्ध सामग्रियों से तैयार व्यंजनों का वितरण किया, जो न केवल पौष्टिक थे बल्कि झारखंड की आदिवासी संस्कृति को दर्शाने वाले भी थे। कार्यक्रम में शामिल पत्रकारों ने रंगोली जैसे कार्यक्रम की सराहना की, तिथि भोज के साथ-साथ विभिन्न रचनात्मक और शैक्षिक गतिविधियों का भी आयोजन किया गया, जो छात्रों के सर्वांगीण विकास पर केंद्रित थीं। इनमें निम्नलिखित प्रमुख आकर्षण रहे:

बगलेस डे (Bagless Day): डिजिटल युग में किताबी ज्ञान के अतिरिक्त व्यावहारिक सीख पर जोर देने के लिए बगलेस डे मनाया गया। छात्रों ने कक्षा कक्ष के बाहर प्रकृति से जुड़ते हुए पर्यावरण संरक्षण, पेड़-पौधों की पहचान और मौसम चक्र पर चर्चा की। इस दौरान 174 से अधिक छात्रों ने भाग लिया और विभिन्न कार्यशालाओं में हिस्सा लिया, जहां उन्हें बिना बैग के स्कूल आने का अनुभव प्राप्त हुआ।

रंगोली प्रतियोगिता:* स्कूल के आंगन में रंग-बिरंगी रंगोली से सजा परिसर देखने लायक था। छात्रों ने थीम आधारित रंगोली बनाईं, जैसे 'स्वच्छ भारत', 'महिला सशक्तिकरण' और 'झारखंड की संस्कृति'.

पारंपरिक खेल:* कार्यक्रम में झारखंड की लोकप्रिय पारंपरिक खेलों जैसे खो-खो, गिल्ली-डंडा, कबड्डी और रस्साकशी से प्रेरित खेलों का आयोजन किया गया। लगभग 150 छात्रों ने इन खेलों में उत्साहपूर्वक भाग लिया, जो न केवल शारीरिक फिटनेस को बढ़ावा देते हैं बल्कि सांस्कृतिक एकता का प्रतीक भी हैं। शिक्षकों के अनुसार, ये खेल आधुनिक खेलों के साथ-साथ पारंपरिक मूल्यों को जीवंत रखने में सहायक हैं।
बागवानी कार्यशाला:* पर्यावरण जागरूकता के तहत बागवानी सत्र आयोजित किया गया, जिसमें छात्रों को घरेलू बगीचे लगाने, जैविक खाद बनाना और मौसमी सब्जियों की खेती के बारे में प्रशिक्षण दिया गया। स्कूल परिसर में एक सामूहिक बगीचा विकसित करने का संकल्प लिया गया।
मार्गदर्शक मूवी प्रदर्शन: छात्रों के लिए प्रेरणादायक  फिल्म "नील बट्टे सन्नाटा" 'मार्गदर्शक' का प्रदर्शन किया गया। यह मूवी शिक्षा, अनुशासन और जीवन मूल्यों पर आधारित थी, जिसमें सफल व्यक्तियों की कहानियां शामिल थीं। फिल्म के बाद एक चर्चा सत्र आयोजित हुआ, जहां छात्रों ने अपने विचार साझा किए।
कार्यक्रम से सम्बंधित जानकारी जिला शिक्षा अधिकारी को दिया गया जहाँ जिला शिक्षा अधिकारी अनिता पूर्ति ने कहा, "ऐसे कार्यक्रम छात्रों को किताबी ज्ञान से आगे बढ़ाकर जीवन कौशल सिखाते हैं। तिथि भोज जैसी परंपरा को स्कूल में अपनाना सांस्कृतिक संरक्षण का बेहतरीन उदाहरण है, अंत में सभी ने 'तिथि भोज' के व्यंजनों का आनंद लिया.

संवाददाता : अभिषेक तिवारी 

 

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