फुलेरा फिर छा गया है मगर कौन ले रहा है सबसे ज्यादा फीस?

अमेजन प्राइम की हिट वेब सीरीज 'पंचायत' के चौथे सीजन ने एक बार फिर ये साबित कर दिया कि एक साधारण गांव भी असाधारण कहानियों से भरा होता है। इस बार फुलेरा गांव बना पंचायत चुनाव का अखाड़ा – जहां चालें थीं, चुनौतियां थीं और हर मोड़ पर ट्विस्ट। लेकिन पर्दे के पीछे भी एक दिलचस्प मुकाबला चल रहा था – कौन ले रहा है सबसे ज्यादा फीस?
तो चलिए खोलते हैं ‘पंचायत 4’ की फीस डायरी
सचिव जी यानी जितेंद्र कुमार – सबसे ज्यादा फीस, सबसे शांत चेहरा
फुलेरा का सबसे पढ़ा-लिखा और समझदार इंसान, जो हर समस्या का हल ढूंढ निकालता है। लेकिन फीस की बात करें तो यहां भी इन्होंने सबको पीछे छोड़ दिया।
फीस – 70,000 रुपये प्रति एपिसोड
यानि पूरे सीजन में इनकी कमाई रही सबसे ज्यादा।
मंजू देवी यानी नीना गुप्ता – राजनीति में दम, फीस में ठसक
गांव की राजनीति में पहले पीछे थीं, अब पूरी ताकत से मैदान में हैं। मंजू देवी ने इस सीजन में अपना परचम लहराया – और फीस भी वाजिब पाई।
फीस – 50,000 रुपये प्रति एपिसोड
प्रधान जी यानी रघुबीर यादव – सादगी में शहंशाह
भले ही कभी-कभी हालातों में उलझ जाते हैं, लेकिन दिल से प्रधान जी हमेशा नंबर वन हैं। उनकी अदाकारी जितनी सहज, उतनी ही असरदार।
फीस – 40,000 रुपये प्रति एपिसोड
विकास बाबू यानी चंदन रॉय – साइड रोल में सुपरस्टार
उनकी कॉमिक टाइमिंग और भोला अंदाज पूरे शो का टेंपो सेट कर देता है। भले ही स्क्रीटाइम थोड़ा कम हो, लेकिन उनके बिना कहानी अधूरी लगती है।
कुल अनुमानित कमाई – 1.60 लाख रुपये (हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हुई है)
‘पंचायत 4’ की कहानी इस बार पंचायत चुनावों के इर्द-गिर्द घूमती है। एक तरफ मंजू देवी, दूसरी तरफ क्रांति देवी – लेकिन असली जंग उनके पतियों के बीच है: ब्रिजभूषण उर्फ प्रधान जी और बनराकस।हर गली, हर नुक्कड़ पर बस चुनावी चर्चा, नारेबाज़ी, रणनीति और ढेर सारा ड्रामा।लेकिन जो चीज़ इस सीजन को खास बनाती है, वो है इसका देसीपन, ह्यूमर और दिल को छू लेने वाली ईमानदारी। ये सीरीज बताती है कि छोटे गांवों की छोटी कहानियां भी बहुत बड़ी हो सकती हैं।
तो अब आप बताइए – फीस से ज्यादा क्या असर हुआ? कहानी का, किरदारों का, या फिर दोनों का मिलाजुला कमाल?
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